Maharashtra Vidhan Sabha Chunav: बीजेपी के मुंबई इकाई के अध्‍यक्ष आशीष शेलार ने अजित पवार की पार्टी एनसीपी के नेता नवाब मलिक की उम्‍मीदवारी का मुखर विरोध किया है. उन्‍होंने कहा कि उनकी पार्टी 20 नवंबर को होने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता नवाब मलिक की उम्मीदवारी के खिलाफ है. उन्‍होंने एक समाचार चैनल से बात करते हुए कहा, ‘‘हम अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से जुड़े किसी व्यक्ति को टिकट देना स्वीकार नहीं करेंगे. हम मलिक का समर्थन नहीं करेंगे और अपना अलग रुख रखेंगे.’’


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वह उन मीडिया खबरों पर प्रतिक्रिया दे रहे थे जिनमें कहा गया है कि मुंबई दक्षिण-मध्य संसदीय क्षेत्र के अणुशक्ति नगर से मौजूदा विधायक नवाब मलिक मानखुर्द-शिवाजी नगर से चुनाव लड़ सकते हैं और अणुशक्ति नगर निर्वाचन क्षेत्र को अपनी बेटी सना के लिए छोड़ सकते हैं. सना चुनावी राजनीति में पदार्पण करने की योजना बना रही हैं.


मलिक महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार में मंत्री थे. मलिक को 2022 में राष्ट्रीय अन्वेषण एजेंसी (एनआईए) द्वारा दाऊद और छोटा शकील और टाइगर मेमन सहित उसके अन्य सहयोगियों के खिलाफ दर्ज मामले में गिरफ्तार किया गया था. मलिक को इस साल जुलाई में चिकित्सा आधार पर जमानत दी गई थी. 


एनसीपी के विभाजन के बाद सहयोगी भाजपा की आपत्तियों के बावजूद उपमुख्यमंत्री अजित पवार के नेतृत्व वाले गुट ने विधायक मलिक को अपने पाले में कर लिया. बीजेपी सिर्फ इस बात से ही अजित पवार से असहज नहीं है. कुछ दिन पहले अजित पवार ने ऐलान किया था कि वो अपनी पार्टी के 10 प्रतिशत टिकट अल्‍पसंख्‍यकों को देंगे. उसको लेकर भी दोनों दलों के बीच तनातनी हुई थी. वैसे भी राज्‍य में लोकसभा चुनाव में हार के बाद बीजेपी और अजित पवार के बीच रिश्‍ते बेहद सहज नहीं रहे हैं हालांकि फिलहाल सबने मिलकर एक साथ लड़ने का फैसला किया है.


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भाजपा और शिवसेना की बातचीत में मौजूदगी जरूरी नहीं : अजित पवार
इसकी तस्‍दीक करते हुए अजित पवार ने मंगलवार को दावा किया कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे नीत सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन में सीट समझौता लगभग तय हो गया है. हालांकि भाजपा और शिवसेना के बीच सोमवार को मुंबई में सीट बंटवारे को लेकर हुई बैठक के दौरान एनसीपी अध्यक्ष ने अपनी अनुपस्थिति पर कहा, ‘‘जब भाजपा और शिवसेना के बीच कुछ सीट को लेकर फैसला करने के लिए बैठक हो तो मेरी उपस्थिति का कोई कारण नहीं हैं.’’ उन्होंने कहा कि तीनों (पार्टी नेता) मौजूद थे जब चर्चा चल रही थी, महायुति गठबंधन के सभी तीन घटकों के प्रतिनिधि मौजूद थे.


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शिवसेना ने 45 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की
गौरतलब है कि शिवसेना ने मंगलवार देर रात 45 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी कर दी, जिसमें मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को ठाणे शहर के कोपरी-पाचपाखाडी से तथा आधा दर्जन से अधिक कैबिनेट सदस्यों को उनकी संबंधित सीटों से उम्मीदवार बनाया गया है. सत्तारूढ़ दल ने लगभग उन सभी विधायकों को फिर से टिकट दिया है, जिन्होंने जून 2022 में तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ विद्रोह का नेतृत्व करते समय शिंदे का समर्थन किया था. शिंदे ठाणे शहर से सटे कोपरी-पाचपाखाडी से फिर से चुनाव लड़ेंगे. 


महायुति के तीनों घटकों ने मीडिया में आई उस खबर की पुष्टि नहीं की है कि विधानसभा की 288 सीट में से भाजपा 156 पर , शिवसेना 78 पर और राकांपा 54 सीट पर चुनाव लड़ेगी.


(इनपुट: एजेंसी भाषा के साथ)