असम: सरकारी जमीन खाली कराने पर बवाल; दो की मौत, 11 पुलिसकर्मी घायल
असम सरकार (Assam Government) ने सरकारी जमीन को पूरी तरह से अतिक्रमणकारियों से मुक्त कराने और राज्य कृषि परियोजना में भूमि का उपयोग करने का निर्णय लिया था. इसी के तहत शुरू हुए अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान बवाल हो गया.
गुवाहाटी: असम (Assam) के दरंग जिले के सिपाझार में पुलिस और स्थानीय प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़प हुई. अवैध कब्जे के खिलाफ अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर जानलेवा हमला कर दिया. इस दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज किया और हवाई फायरिंग की. झड़प में दो स्थानीय लोगों की मौत हो गई तो 11 पुलिसकर्मियों के घायल होने की जानकारी है.
इस तरह बिगड़े हालात
पुलिस के मुताबिक सोमवार को अतिक्रमण हटाओ अभियान शुरू किया गया था. इसके बाद से ही हालात तनावपूर्ण थे. गुरुवार को सिपाझार के गोरुखूंटी में अभियान चलाया गया, सुरक्षा व्यवस्था के काफी पुख्ता इंतजाम किए गए थे. जैसे ही अतिक्रमण हटाओ अभियान के लिए पुलिस प्रशासन की टीम अवैध कब्जा हटाने पहुंची स्थानीय लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया. पुलिस पर पथराव और लाठी-डंडों से जानलेवा हमला किए जाने के बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले दागे, साथ ही कई राउंड हवाई फायरिंग की.
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कुछ समय के लिए अभियान पर लगा ब्रेक
झड़प के दौरान दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्होंने बाद में दम तोड़ दिया. वहीं अवैध कब्जा कर रह रहे लोगों द्वारा किए गए हमले में एक पुलिस अधिकारी सहित 11 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. स्थिति अनियंत्रित होने की वजह से कुछ समय के लिए अब अतिक्रमण हटाओ अभियान रोक दिया गया है. वहीं मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने कहा कि किसी भी हाल में सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा नहीं होने दिया जाएगा, अतिक्रमण हटाओ अभियान जारी रहेगा. बता दें, सिपाझार में करीब 600 परिवार अवैध तरीके से काफी लंबे समय से सरकारी जमीन पर रह रहे थे.
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