असम में पहली बार गर्मी के मौसम में बाढ़ ने मचाई तबाही, डिब्रूगढ़ में 50 हजार लोग बेघर
असम में इस बेमौसम की बाढ़ ने किसानों की सैकड़ों हेक्टेयर में खड़ी फसल को नष्ट कर दिया है. बाढ़ से 50 हज़ार से अधिक लोग प्रभावित बताये जा रहे हैं. गांव के लोग मवेशियों को साथ लेकर ऊँची जगहों पर पनाह लेने को मज़बूर हो रहे हैं. सैकड़ों लोग डिब्रूगढ़ शहर की ओर पलायन कर रहे हैं.
गुवाहाटी: असम के शहर गुवाहाटी से लगभग 465 किलोमीटर दूर स्थित डिब्रूगढ़ जिला के छाबुआ इस मौसम की पहली बाढ़ झेल रहा है. असम में गर्मियों के मौसम में पहली बार बाढ़ ने दस्तक दी है. इस बाढ़ की चपेट में असम के मुख्यमंत्री सर्वानन्द सोनोवाल का गृह गांव छाबुआ है. ऊपरी असम के डिब्रूगढ़ और अन्य इलाकों में पिछले कई दिनों से लगातार हो रही बारिश से ब्रह्मपुत्र का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है. जलस्तर बढ़ने से डिब्रूगढ़ का छाबुआ गांव पूरी तरह से बाढ़ की चपेट में आ गया हैं.
किसानों की सैकड़ों हेक्टेयर में खड़ी फसल बाढ़ से नष्ट हो गई है. बाढ़ से 50 हज़ार से अधिक लोग प्रभावित बताए जा रहे हैं. गांव के लोग मवेशियों को साथ लेकर ऊंची जगहों पर पनाह लेने को मज़बूर हो रहे हैं. सैकड़ों लोग डिब्रूगढ़ शहर की ओर पलायन कर रहे हैं.
छाबुआ के ग्रामीणों को खेत खलिहान डूब जाने से काफी नुकसान हुआ है. इस बीच मुख्यमंत्री सर्वानन्दा सोनोवाल ने खुद ऊपरी असम के माजुली जिला और डिब्रूगढ़ में जाकर बाढ़ की विभीषिका का जायजा लेते हुए प्रसाशन को युद्धस्तर पर लोगों को राहत सामग्री पहुंचने का निर्देश दिया है.
छाबुआ गांव के ग्रामीणों ने बताया की 80 प्रतिशत छाबुआ गांव पूरी तरह से बाढ़ की चपेट में है. बाढ़ इतनी भयंकर है कि टेलीफोन के पोस्ट भी बाढ़ में डूब चुके हैं. छोटे-छोटे बच्चे और मवेशियों को लेकर हमलोग ऊंचे स्थानों पर जाने को मजबूर हो रहे हैं. मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल इसी छाबुआ गांव के रहने वाले हैं इसलिए हमें उम्मीद हैं असम सरकार से हमें जल्द से जल्द मदद मिलेगी.