गुवाहाटी/आइजोल: असम और मिजोरम के बीच सीमा विवाद के अचानक खूनी संघर्ष में तब्दील हो जाने से राज्य की 'संवैधानिक सीमा' की सुरक्षा कर रहे असम पुलिस के छह जवानों की मौत हो गई और एक पुलिस अधीक्षक समेत 60 अन्य घायल हो गए. असम सरकार (Assam Govt) ने शहीद जवानों को 50-50 लाख रुपये और घायलों को एक-एक लाख रुपये के मुआवजा देने की घोषणा की है.


घायल पुलिसकर्मियों से मिले सीएम हिमंत बिस्वा सरमा


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असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने सिलचर में असम-मिजोरम सीमा संघर्ष में शहीद हुए पुलिसकर्मियों को पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. इसके अलावा मुख्यमंत्री घायल पुलिस अधिकारियों से मिलने के लिए सिलचर मेडिकल कॉलेज (SMCH) पहुंचे और डॉक्टरों को उनका सर्वोत्तम इलाज सुनिश्चित करने का निर्देश दिया.


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असम और मिजोरम के बीच क्या है विवाद


असम के बराक घाटी के जिले कछार, करीमगंज और हैलाकांडी मिजोरम के तीन जिलों आइजोल, कोलासिब और मामित के साथ 164 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करते हैं. यहां जमीन को लेकर दोनों राज्यों के बीच आए दिन विवाद और तनातनी की घटनाएं होती रहती हैं. हालिया विवाद तब गंभीर हुआ जब असम की पुलिस ने अपना इलाका खाली कराने के लिए कुछ लोगों को खदेड़ा. असम पुलिस ने कहा कि ये लोग अतिक्रमणकारी थे.


बताया जाता है कि जिन लोगों को खदेड़ा गया था, वो मिजोरम से थे. इसके बाद विवाद बढ़ गया और सीमा के दौरे पर गई असम सरकार की टीम पर 10 जुलाई को एक आईईडी बम भी फेंका गया. 11 जुलाई की सुबह मिजोरम के इलाके से एक के बाद एक दो धमाकों की आवाज आई. बताया जा रहा है कि मिजोरम-असम की सीमा पर अज्ञात बदमाशों द्वारा आठ झोपड़ियां जला दिए जाने के बाद से तनाव पैदा हो गया था.


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