Umesh Pal Murder Case: उमेश पाल मर्डर केस में आरोपी माफिया अतीक अहमद (Atiq Ahmed) प्रयागराज पहुंच गया है. 45 पुलिसकर्मियों की टीम अतीक को लेकर प्रयागराज की नैनी जेल पहुंच गई है. माफिया डॉन अतीक की मंगलवार को MP MLA कोर्ट में पेशी होनी है.अतीक के नैनी जेल पहुंचने से पहले वहां तलाशी अभियान चलाया गया.अतीक के बेटे अली के बैरक की भी तलाशी ली गई.अतीक के पहुंचने से पहले ही नैनी सेंट्रल जेल की सुरक्षा बढ़ा दी गई है.नैनी जेल में अतीक के भाई अशरफ को भी रखा जाएगा.अशरफ को बरेली जेल से प्रयागराज लाया जा रहा है. बरेली जेल से निकलने के बाद अशरफ ने जान को खतरा बताया था.


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साबरमती जेल से 15 घंटे का सफर तय कर माफिया डॉन अतीक अहमद आज यूपी में दाखिल हुआ. इस 15 घंटे के सफर के बाद अतीक के तेवर भी बदले बदले नज़र आए. माफिया अतीक अहमद के काफिले में उसकी बहन और भतीजी भी मौजूद है. अतीक के परिवार को एनकाउंटर का डर है. अतीक की बहन आयशा का कहना है कि पुलिस उसके भाई को एनकाउंटर में मार सकती है. 


सता रहा था एनकाउंटर का डर


अतीक की बहन ने ZEE न्यूज से कहा कि उन्हें कोर्ट पर भरोसा है और जो भी फैसला आएगा वो मान्य होगा.वहीं उमेश पाल की मां ने कहा कि जब तक अशरफ अतीक और उसके बेटों की हत्या नहीं होती तब तक मेरी आत्मा को शांति नहीं मिलेगी.उमेश पाल की पत्नी जया पाल ने भी अतीक अहमद को फांसी देने की अपील की है.


बता दें कि आज यूपी में एंट्री के बाद झांसी के पुलिस लाइन में करीब डेढ़ घंटे तक अतीक का काफिला रुका रहा.झांसी में अतीक ने अधिकारियों से अपनी तबीयत खराब होने की बात बताई. अतीक का चेकअप करने के बाद डॉक्टरों ने जानकारी दी कि रातभर जगने की वजह से अतीक की तबीयत खराब है.झांसी में काफिला रुकने के दौरान अतीक ने नाश्ता भी किया.


गौरतलब है कि अतीक अहमद गुजरात की साबरमती जेल से निकलने वक्त अपनी हत्या का डर बता रहा था. लेकिन यूपी के झांसी पहुंचने पर मीडिया से अलग ही ज़ुबान में बात करने लगा. जब अतीक से ज़ी न्यूज़ ने डर लगने की बात पूछी तो उसने बड़े ही दबंग अंदाज में कहा किस बात का डर.


कड़ी सुरक्षा में लाया गया प्रयागराज


अतीक अहमद को यूपी पुलिस के वज्र वाहन में बेहद कड़ी सुरक्षा में प्रयागराज की नैनी जेल लाया गया है.उसके काफिले में शामिल सभी गाड़ियों में तीन-तीन ड्राइवरों की तैनाती की गई थी. हालांकि जैसे-जैसे अतीक गुजरात के साबरमती से रवाना हुआ, वैसे ही उसके दिल की धड़कनें भी बढ़ रही थीं. 24 घंटे के इस सफर में जब जब गाड़ी पर ब्रेक लगा. तब तब अतीक थर-थर कांपने लगा. पहले गुजरात से उसका काफिला राजस्थान आया फिर एमपी होते हुए यूपी में दाखिल हुआ. रास्ते में अतीक की गाड़ी को कई बार पेट्रोल रिफिलिंग के लिए रोका गया तो कभी वॉशरूम जाने के लिए अतीक के काफिले पर ब्रेक लगाई. 


अतीक के प्रयागराज आने की टाइमलाइन


  • आज सुबह 4 बजे काफिला राजस्थान के कोटा बारां रोड में रुका, जहां अतीक को वॉशरूम जाने के लिए गाड़ियों को रोका गया. 

  • सुबह 6:50 बजे कोटा से निकलकर अतीक का काफिला एमपी की सीमा में दाखिल हुआ, जहां शिवपुरी से होते हुए उस काफिले को झांसी में जाना था. 

  • ये काफिला शिवपुरी के रामनगर टोल प्लाजा से गुजरा. जहां करीब 6.30 बजे अतीक अहमद को भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच वैन से नीचे उतारा गया. इस दौरान अतीक ने मूंछ पर ताव दिया और पहले कुछ भी कहने से मना दिया. लेकिन, जब उससे दोबारा पूछा गया कि जिस तरह की खबरें चल रही है क्या आपको डर लग रहा है तो उसने जवाब देते हुए कहा कि कहे का डर. 

  • शिवपुरी में ही अतीक की धड़कनें तब और बढ़ गई जब उसकी गाड़ी से गाय टकराई. इस टक्कर के बाद गाड़ी पलटते-पलटते बची. घटनास्थल पर ही गाय की मौत भी हो गई.

  • सुबह करीब 7.15 बजे अतीक का काफिला अब झांसी पहुंचने वाला था. यहां एक बार फिर इसे रोका गया. अतीक वॉशरूम 

  • जाने के लिए गाड़ी से नीचे उतरा.

  • अतीक के काफिले के साथ-साथ उनकी बहन और भांजी एक गाड़ी में पीछे-पीछे साथ चल रही थीं, जहां उनकी बहन ने एक बार फिर अतीक के एनकाउंटर का डर जताया.

  • एमपी से गुजरने के बाद अतीक का काफिला झांसी में रुका. जहां पुलिस लाइन में करीब 1.30 से 2 घंटे तक इसे रोका गया. सूत्रों के मुताबिक अतीक ने अधिकारियों को अपनी तबीयत खराब होने की बात कही थी, जिसके बाद डॉक्टर को बुलाकर अतीक का चेकअप भी करवाया गया. 

  • झांसी पुलिस लाइन में सुरक्षा वजहों से अतीक की वैन को भी बदला गया और करीब 10.40 बजे काफिला झांसी से प्रयागराज के लिए रवाना हुआ. झांसी से निकलने के बाद दोपहर 12 बजकर 10 मिनट तक एक बार फिर इस काफिले पर ब्रेक लगी, जब कानपुर हाईवे पर ईंधन रीफिलिंग के लिए काफिले को रोका गया. यहां अतीक बाहर नहीं निकला. 


क्यों अतीक को लाया जा रहा प्रयागराज


दरअसल, ये मामला आज से 17 साल पुराना है. 2006 में उमेश पाल का अपहरण हुआ था. उसी उमेश पाल का, जिसकी 24 फरवरी को दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी.अतीक अहमद पर 2006 में उमेश पाल का अपहरण करने का आरोप है. तब समाजवादी पार्टी की सरकार थी इसलिए FIR दर्ज नहीं हुई थी. 2007 में बीएसपी की सरकार बनने के बाद उमेश पाल ने FIR दर्ज कराई. अतीक और उसके भाई अशरफ समेत 11 लोगों को आरोपी बनाया गया. अब 16 साल के लंबे ट्रायल के बाद 17 मार्च 2023 को सुनवाई पूरी हुई है. 28 मार्च को प्रयागराज के MP-MLA कोर्ट का फैसला संभव है. MP-MLA कोर्ट में सुनवाई के दौरान अतीक अहमद मौजूद रहेगा. सबसे खास बात ये है कि उमेश पाल अपहरण के 8 अभियुक्त वही हैं, जो कि राजू पाल मर्डर केस में अभियुक्त थे. 24 फरवरी 2023 को उमेश पाल की हत्या इसी केस की पैरवी से लौटने के बाद कर दी गई थी.


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