Ayodhya mosque foundation: अयोध्या की बाबरी मस्जिद की जगह जिले के धन्नीपुर में मिली 5 एकड़ जमीन पर बनने जा रही नई मस्जिद के निर्माण की आधारशिला मक्का से आ रहे इमाम रखेंगे. इस सिलसिले में ज्यादा जानकारी देते हुए मस्जिद मुहम्मद बिन अब्दुल्ला विकास समिति के अध्यक्ष और मुंबई के बीजेपी नेता हाजी अराफात शेख ने कहा कि अयोध्या में बनने जा रही नई मस्जिद, भारत की सबसे बड़ी मस्जिद होगी. जहां  दुनिया की सबसे बड़ी कुरान भी होगी.


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जुलाई में आया था ये अपडेट


इस मस्जिद के निर्माण के लिए 29 जुलाई 2020 को बने ट्रस्ट इंडो-इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन ने शुरुआत में अयोध्या मस्जिद और कुछ और सुविधाओं के निर्माण के लिए कई तैयारियां की थी. हालांकि, इस साल अक्टूबर में, मुंबई में कई वरिष्ठ मौलवियों और फाउंडेशन के अध्यक्ष जुफर अहमद फारूकी की मौजूदगी में ये ऐलान हुआ कि मस्जिद का नाम मस्जिद मुहम्मद बिन अब्दुल्ला रखा जाएगा. इस मौके पर मस्जिद का नया डिजाइन भी जारी हुआ था. शेख ने कहा, मस्जिद में पांच मीनारें होंगी जो इस्लाम के 5 स्तंभों- कलिमा, नमाज, रोजा, हज और जकात का प्रतीक होंगी.


ताज महल से खूबसूरत होगी अयोध्या की मस्जिद


टीओआई में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक शेख ने कहा कि वो फाउंडेशन के ट्रस्टी हैं और अब उन्हें मस्जिद की विकास समिति का प्रमुख भी बनाया गया है. मस्जिद परिसर में एक कैंसर अस्पताल, स्कूल और कॉलेज, एक संग्रहालय और एक पुस्तकालय और एक पूरी तरह से शाकाहारी रसोईघर भी होगा. जहां आगंतुकों को मुफ्त भोजन दिया जाएगा. शेख ने कहा, इस मस्जिद के पास का एक प्रमुख आकर्षण वज़ू खाना के पास बना विशाल मछलीघर होगा. शेख ने दावा किया कि इसकी सुंदरता ताज महल को मात कर देगी. शेख ने कहा, 'जैसे ही शाम ढलेगी, नमाज के साथ मस्जिद में लगे फव्वारे जीवंत हो उठेंगे. यहां की सुंदरता ताज महल की खूबसूरती को मात देगी. जहां सभी धर्मों के लोग शांति और सद्भाव के लिए इस स्मारक को देखने आएंगे, भले ही वे सभी यहां प्रार्थना नहीं करेंगे.