बागेश्वर बाबा की `हिंदू जगाओ यात्रा` को लेकर उमड़ा जनसैलाब, आयोजन का मकसद भी जानिए
Baba Bageshwar news: . धीरेंद्र शास्त्री की ये यात्रा हनुमान चालीसा के सामूहिक पाठ से शुरू होकर 29 तारीख तक ओरछा धाम पर जानी है. बाबा बागेश्वर पदयात्रा के जरिए हिंदुओं को जोड़ने की बात कर रहे हैं. इस पदयात्रा से पहले बागेश्वर धाम में हज़ारों श्रद्धालु जमा हुए हैं.
Baba Bageshwar Exclusive Interview: बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री आज से मध्य प्रदेश के छतरपुर में हिंदू जगाओ यात्रा शुरू कर रहे हैं. संतों की मौजूदगी में ये यात्रा 9 दिन तक चलेगी. इस पदयात्रा का मकसद हिंदुओं में जाति भेदभाव, छुआछूत को मिटाना है और हिंदुओं को एकजुट करना है. बाबा बागेश्वर की इस पदयात्रा के लिए छतरपुर में बागेश्वर धाम में बड़ी भीड़ मौजूद है. भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की बातें करने वाले, हिंदुओं को एकजुट करने का आह्वान करने वाले और अपने हिंदूवादी बयानों की वजह से चर्चा में रहने वाले बागेश्वर बाबा अब हिंदू एकता के संकल्प के साथ पदयात्रा कर रहे हैं. आज से इस यात्रा की शुरूआत हुई है. धीरेंद्र शास्त्री की ये यात्रा हनुमान चालीसा के सामूहिक पाठ से शुरू होकर 29 तारीख तक ओरछा धाम पर जानी है. बाबा बागेश्वर पदयात्रा के जरिए हिंदुओं को जोड़ने की बात कर रहे हैं. इस पदयात्रा से पहले बागेश्वर धाम में हज़ारों श्रद्धालु जमा हुए हैं.
खतरे में हैं हिंदू: बागेश्वर बाबा
धीरेंद्र शास्त्री पहले भी कई मौकों पर हिंदुओं पर खतरे की बात कह चुके हैं. और कल जब यात्रा से पहले उन्होंने लोगों को संबोधित किया तब भी इसी बात को दोहराया. धीरेंद्र शास्त्री बार- बार हिंदुओं को एकजुट और संगठित होने की बात करते रहे हैं. ज़ी न्यूज़ से इंटरव्यू के दौरान भी उन्होंने कहा था कि ज़रूरत पड़ी तो वो ये यात्रा पूरे देश में निकालेंगे.
कड़े सुरक्षा इंतजाम
बाबा बागेश्वर की इस पदयात्रा के लिए कड़ी सुरक्षा के इंतज़ाम किए गए हैं. बाबा पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री 'हिंदू जगाओ यात्रा' के दौरान हर दिन करीब 20 किलोमीटर पैदल चलकर यात्रा करेंगे.
यात्रा की तारीखें एवं खास आयोजन
धीरेंद्र शास्त्री की अगुवाई में निकलने वाली ये यात्रा 160 किमी की दूरी तय करेगी. इस दौरान बागेश्वर धाम पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री कई स्थानों पर रुककर भव्य भजन संध्या जैसे कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे. आठ दिन चलने के बाद 29 नवंबर 2024 को इस यात्रा का समापन होगा. धीरेंद्र शास्त्री के मुताबिक पदयात्रा सनातन के जागरण और हिंदुओं को आवाज उठाने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए शुरू की गई है.