Goat Sheru died: कुर्बानी के त्योहार बकरीद (Bakrid) यानी ईद-उल-अजहा के मौके पर हर साल एक से एक उम्दा बकरों के किस्से कहानियां सामने आती हैं, जो अपने आप में अनोखे होते हैं. इस बार सबसे ज्यादा चर्चा थी महाराष्ट्र (Maharashtra) के अंबरनाथ रेलवे स्टेशन (Ambernath Railway station) के नजदीक एक घर में पल रहे 'शेरू' (Sheru) की जिसकी बकरीद से पहले मौत हो गई. 100 किलो वजनी बकरे की देखभाल बड़े संभालकर की जाती थी. इस बकरे को बकरीद पर कुर्बानी के लिए बेचा जाना था. अब उसे पालने वाले शकील और उसकी फैमिली परेशान है. 


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1 करोड़ 12 लाख 786 रुपये थी कीमत


शकील ने बताया कि उसका 'शेरू' इसलिए सबसे खास था क्योंकि उसके शरीर पर उर्दू में 'अल्लाह' और 'मोहम्मद' लिखा था. शकील को बकरे-बकरियां पालने का शौक है. उसकी एक पाली हुई बकरी से पैदा हुए इस बकरे नाम शकील ने 'शेरू' रखा था. शकील ने इसकी मजबूत बकरे की कीमत 1 करोड़ 12 लाख 786 रुपये रखी थी. शकील इसका ध्यान किसी वीआईपी की तरह रखते थे. मगर अब उनका हौसला टूट गया है.


बीमारी से हुई मौत


शकील ने शेरू को बड़े प्यार और दुलार से पाला था. उसके सिर्फ दो दांत थे. शकील ने इस बकरे को सवा करोड़ में बेचकर एक स्कूल खोलने का सपना देखा था. लेकिन कुदरत को शायद ये नहीं मंजूर था और बीमारी से शेरू की मौत होने के बाद उसका ये सपना टूट गया.


रोज दो हजार की दवा और ऐसी थी खुराक


शकील शेरू को हर रोज बिना किसी नागे के सुबह-शाम सेब, अंगूर, बजरी, मक्का, चना, काजू और बादाम भी खिलाते थे. इसी डाइट का नतीजा था कि दो साल के शेरू का वजन 100 किलो तक पहुंच गया था. शेरू कुछ समय पहले तक एकदम ठीक था लेकिन था. अचानक वो बीमार पड़ गया. उसके इलाज के लिए शकील हर दिन दो हजार की दवाई दिलाते थे. शेरू नहीं बचा तो अब शकील के घर में मानो मातम सा पसर गया है.