Banned Items in Flight: दुनिया में हर किसी की तमन्ना होती है कि वह अपनी जिंदगी में कम से कम एक बार प्लेन में सफर जरूर करे. यह थोड़ा महंगा साधन तो है लेकिन इससे समय भी बहुत बच जाता है. प्लेन में यात्रा के दौरान पैसेंजर्स को बहुत सारे नियमों का पालन करना पड़ता है. कई ऐसी चीजें हैं, जिन्हें फ्लाइट में ले जाना पूरी तरह बैन होता है. इन्हीं में एक ऐसा फल भी है, जिसे आप रोजमर्रा में मजे से खाते हैं लेकिन आप इस फल को कभी भी प्लेन (Banned Fruit in Plane) में साथ नहीं ले जा सकते. अगर कभी आपने ऐसी गलती की तो आपको लेने के देने भी पड़ सकते हैं. आइए बताते हैं कि वह फल कौन सा है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

एयर ट्रैवल एक्सपर्टों के मुताबिक इस फल का नाम नारियल (Coconut) है. किसी भी तरह के पूजा-अनुष्ठान का अभिन्न  हिस्सा बनने वाला नारियल आप चाहकर भी प्लेन में अपने साथ नहीं ले जा सकते. दुनियाभर की सभी एयरलाइनों ने इस फल पर कंप्लीट बैन लगाया हुआ है. इसकी भी एक खास वजह बताई गई है. एक्सपर्टों के मुताबिक सूखा नारियल ज्वलनशील पदार्थ बन जाता है. यानी इसमें आग लगने से प्लेन क्रैश भी हो सकता है. यही नहीं सड़ने और फफूंदी लगने के डर से साबुत नारियल को भी प्लेन में साथ ले जाने की अनुमति नहीं दी जाती. 


प्लेन में बैन वस्तुएं (Banned Items in Flight)


साथ नहीं ले जा सकते ये चीजें


एयरलाइन सिक्योरिटी से जुड़े अफसरों के मुताबिक प्लेन (Banned Items in Flight) में यात्रा के लिए केवल नारियल ही बैन नहीं है बल्कि और भी कई सारी चीजें इस लिस्ट में शामिल हैं. इनमें पेंट, थिनर, माचिस, लाइटर आप प्लेन में नहीं ले जा सकते. अगर आपके लाइटर में फ्यूल नहीं है तो फिर आप परमीशन लेकर इसे कैरी कर सकते हैं. 


स्पोर्ट्स आइटम भी हैं बैन


आप प्लेन (Banned Items in Flight) के अंदर कई तरह के स्पोर्ट्स आइटम भी नहीं ले जा सकते. इनें हॉकी, बेसबॉल बैट, धनुष-बाम, गोल्फ स्टिक, स्की पोल्स, राइफल जैसे चीजें शामिल हैं. इन पर बैन की वजह ये है कि इनके जरिए दूसरे यात्रियों का केबिन क्रू पर हमला कर प्लेन हाईजैक किया जा सकता है. 


​सेल्फ डिफेंस आइटम भी प्रतिबंधित


फ्लाइट (Banned Items in Flight) में सफर के दौरान सेल्फ डिफेंस से जुड़ी छड़ी, पेपर स्प्रे भी साथ नहीं ले जा सकते. यहां तक कि नेल कटर, नेल फाइलर और शेविंग में इस्तेमाल होने वाला रेजर भी चेक इन में निकलवा लिया जाता है. प्लेन सिक्योरिटी के नियमों में इन्हें भी खतरनाक औजार माना गया है.