Banwari Lal Purohit: पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारीलाल पुरोहित ने निजी कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने अपना इस्तीफा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को भेज दिया है. बनवारीलाल पुरोहित ने अगस्त 2021 में पंजाब के 36वें राज्यपाल के रूप में शपथ ली थी. उन्होंने अपने इस्तीफे में कहा कि अपने व्यक्तिगत कारणों और कुछ अन्य प्रतिबद्धताओं के कारण मैं पंजाब के राज्यपाल और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के प्रशासक के पद से अपना इस्तीफा दे रहा हूं.


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बनवारीलाल पुरोहित ने अपने त्याग पत्र में लिखा कि व्यक्तिगत कारणों और कुछ अन्य प्रतिबद्धताओं की वजह से मैं पंजाब के राज्यपाल और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के प्रशासक के पद से इस्तीफा दे रहा हूं, कृपया इसे स्वीकार करें


मेयर का चुनाव चर्चा में
इससे पहले पुरोहित ने शुक्रवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी. उनकी मुलाकात चंडीगढ़ महापौर चुनाव में बीजेपी की जीत के कुछ दिनों बाद हुई थी. महापौर चुनाव में तीनों पदों पर बीजेपी को जीत मिली है. इन चुनावों में कांग्रेस- आम आदमी पार्टी गठबंधन को झटका लगा और उसने पीठासीन अधिकारी पर मतपत्रों के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगाया है.


'पुरोहित और पंजाब सरकार के रिश्ते बहुत अच्छे नहीं थे'
राजनीतिक एक्सपर्ट्स का मानना है कि बनवारी लाल पुरोहित और पंजाब सरकार के रिश्ते बहुत अच्छे नहीं थे. उधर मेयर के चुनाव के बाद भी विपक्षी पार्टियां लगातार निशाना साध रही थीं. इन सबके बीच ही बनवारी लाल पुरोहित ने इस्तीफा दे दिया है। हालांकि उनकी जगह कौन लेगा, इसके बारे में जानकारी सामने नहीं आई है. बता दें कि बनवारी लाल पुरोहित तीन बार लोकसभा सांसद रहे हैं और मध्य भारत के सबसे पुराने अंग्रेजी दैनिक 'द हितवाद' के प्रबंध संपादक रहे हैं. बेदाग छवि के पुरोहित की पहचान एक प्रख्यात शिक्षाविद्, प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता राष्ट्रवादी विचारक की रही है.