Rice Mill IT Raid: सोचिए आप देख रहे हैं कि बारात की गाड़ियां आ रही हैं.. और उसमें से बाराती निकल रहे हैं. लेकिन फिर अगले ही पल वे बाराती आयकर विभाग के अधिकारी निकलें तो आप क्या सोचेंगे. बिहार के मोतिहारी में कुछ ऐसा ही हुआ है. ऐसा नजारा देखने को मिला, जो शायद ही किसी ने पहले देखा हो. यहां के रामगढ़वा में अविनाश और नेहा की शादी का पोस्टर लगाकर आयकर विभाग की टीम बारात के रूप में चावल मिल पर छापेमारी करने पहुंची. गाड़ियों का काफिला देखकर स्थानीय लोगों को लगा कि कोई बड़ी शादी हो रही है, लेकिन असलियत जानकर सभी हैरान रह गए. यह कार्रवाई रिपुराज समूह के खिलाफ की गई, जो चावल मिलिंग और निर्यात में एक बड़ा नाम है.


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करोड़ों का कारोबार..आय में हेरफेर का शक
दरअसल,  आयकर विभाग ने शुक्रवार दोपहर पटना, रक्सौल, मोतिहारी और दिल्ली समेत 15 परिसरों में छापेमारी की. यह कार्रवाई रिपुराज समूह पर की गई, जिसका नेतृत्व रामेश्वर प्रसाद गुप्ता और उनके बेटों रिपु रमन और रिषु रमन करते हैं. समूह का सालाना कारोबार करीब 1100 करोड़ रुपये का बताया जाता है. आयकर विभाग को संदेह था कि कंपनी की आय और उसके निवेश में बड़ा अंतर है.


नकदी और कीमती सामान बरामद
छापेमारी के दौरान अब तक भारी मात्रा में नकदी और कीमती सामान बरामद हुआ है. आयकर अधिकारियों ने कंपनी के कार्यालय, फैक्ट्री और मालिकों के आवासों पर छानबीन की. इसके साथ ही, समूह के चार्टर्ड अकाउंटेंट के कार्यालय पर भी दबिश दी गई. शुरुआती जांच में आयकर विभाग ने कंपनी की जमीन और संपत्तियों में बड़े निवेश का पता लगाया, जो उनके रिटर्न से मेल नहीं खाता.


16 घंटे से चल रही है कार्रवाई
आयकर विभाग की 150 से अधिक अधिकारियों की टीम ने यह कार्रवाई की, जिसमें साइबर फॉरेंसिक विशेषज्ञ भी शामिल हैं. कंपनी के कंप्यूटर, मोबाइल और ईमेल खंगाले जा रहे हैं. सूत्रों का कहना है कि यह छापेमारी कई अहम खुलासे कर सकती है.


बारात के नाम पर पहुंची टीम, बनी चर्चा का विषय
आयकर टीम ने छापेमारी को गुप्त रखने के लिए बेहद अनोखा तरीका अपनाया. सभी गाड़ियों पर शादी का पोस्टर लगाया गया और पूरी बारात की तरह काफिला निकाला गया. इस अनोखे अंदाज ने स्थानीय लोगों के बीच चर्चा का विषय बना दिया.


चार्टर्ड अकाउंटेंट ने दी सफाई
रिपुराज समूह के चार्टर्ड अकाउंटेंट आनंद कुमार ने कहा कि कंपनी सभी नियमों का पालन करती है. उन्होंने छापेमारी को विभागीय प्रक्रिया बताया, लेकिन आयकर अधिकारियों के मुताबिक समूह की गतिविधियां लंबे समय से उनके रडार पर थीं. इनपुट- जी न्यूज मोतिहारी