Mumbai के मॉल में आग लगने का मामला, 6 लोगों के खिलाफ दर्ज हुआ गैर इरादतन हत्या का केस
Bhandup Fire Incident: मुंबई के भांडुप इलाके में ड्रीम्स मॉल इमारत में गुरुवार आधी रात के कुछ देर बाद आग लग गई. आग एक दुकान में लगी और चार मंजिला मॉल की सबसे ऊपरी मंजिल पर स्थित सनराइज अस्पताल तक फैल गई. इस घटना में अस्पताल में भर्ती 9 मरीजों की मौत हो गई.
मुंबई: महानगर पुलिस ने भांडुप इलाके के एक मॉल में आग (Bhandup Fire Incident) लगने की घटना के सिलसिले में 6 लोगों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है. गुरुवार आधी रात को लगी भीषण आग में यहां एक अस्पताल में इलाजरत कोरोना वायरस (Coronavirus) के 9 मरीजों की मौत हो गई.
एफआईआर में सनराइज अस्पताल के प्रबंधकों के भी नाम
अधिकारियों ने बताया कि हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (एचडीआईएल) के प्रमोटर राकेश वधावन और उनके बेटे व मॉल के निदेशकों में से एक सारंग वधावन का नाम भी एफआईआर में है. अधिकारी ने बताया कि शुक्रवार को भांडुप थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई, जिसमें ड्रीम्स मॉल और सनराइज अस्पताल के प्रबंधकों के नाम भी शामिल हैं.
उन्होंने कहा, ‘मॉल के निदेशकों राकेश वधावन, निकिता अमित सिंह त्रेहन, सारंग वधावन और दीपक शिर्के और अस्पताल के निदेशकों अमित सिंह त्रेहान और स्वीटी जैन के नाम एफआईआर में शामिल हैं. निकिता त्रेहन अस्पताल की निदेशक भी हैं.'
गैर इरादतन हत्या का केस
भांडुप थाना के एक अधिकारी ने बताया कि उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 304 (गैर इरादतन हत्या) और 34 (साझा मंशा) के तहत मामला दर्ज किया गया है. उन्होंने कहा, 'अब तक की जांच के दौरान पुलिस को मॉल में कई कमियां मिलीं. सुरक्षा के लिहाज से कुप्रबंधन का मामला सामने आया है और समय पर अग्नि सुरक्षा उपकरण की जांच नहीं की गई.' उन्होंने बताया, यह भी पाया गया कि मॉल में 1,108 दुकानें हैं, उनमें से लगभग 40 प्रतिशत बंद हैं और संचालन में नहीं हैं. अधिकारी ने कहा, 'जनवरी में, सनराइज अस्पताल को कोविड देखभाल केंद्र में बदल दिया गया था.'
बता दें कि मुंबई के भांडुप इलाके में ड्रीम्स मॉल इमारत में गुरुवार आधी रात के कुछ देर बाद आग लग गई. आग एक दुकान में लगी और चार मंजिला मॉल की सबसे ऊपरी मंजिल पर स्थित सनराइज अस्पताल तक फैल गई. इस घटना में अस्पताल में भर्ती 9 मरीजों की मौत हो गई.
9 मरीजों की दम घुटने से हुई मौत
बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने बताया कि अस्पताल में कोविड-19 का इलाज करा रहे 9 मरीजों की आग लगने के कारण दम घुटने से मौत हो गई जबकि दो अन्य मरीजों की आग लगने से पहले ही कोरोना वायरस संक्रमण से मौत हो गई थी. दमकल विभाग के एक अधिकारी ने बताया, ‘प्रशीतन अभियान अब भी चल रहा है. यह गंभीर स्तर की आग थी. आग पर काबू पा लिया गया है.’ एक अन्य अधिकारी ने बताया कि अस्पताल से बाहर निकाले गए मरीजों को मुलुंड, भांडुप, ठाणे, घाटकोपर के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है.
अधिकारियों ने दिए जांच के आदेश
इस बीच नगर निकाय के एक अधिकारी ने बताया कि बीएमसी आयुक्त इकबाल सिंह चहल ने आग लगने की घटना की जांच के आदेश दिए हैं और अधिकारियों को जल्द ही रिपोर्ट देने के लिए कहा है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे शुक्रवार दोपहर को घटनास्थल पर पहुंचे थे और उन्होंने कहा था कि इस घटना के लिए जो भी जिम्मेदार पाया जाएगा उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी.