Unitech Group Case:  ED ने यूनिटेक ग्रुप पर कारवाई करते हुए उसकी तमिलनाडु में ₹125.06 करोड़ की जमीन अटैच कर ली है. ये ज़मीन तमिलनाडु के चेन्नई में है जिसे Uniworld City के नाम से डेवलप किया जा रहा था. ED ने ये कारवाई यूनिटेक ग्रुप के प्रोमोटर और डायरेक्टर संजय चंद्रा, अजय चंद्रा और रमेश चंद्रा समेत दूसरे आरोपियों के खिलाफ दर्ज मामले में की है.


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इन तीनों आरोपियों समेत दूसरे आरोपियों के खिलाफ फ्लैट बॉयर्स ने दिल्ली पुलिस और सीबीआई में धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कर करवाई थी जिसके बाद ED ने मनी लॉड्रिग का मामला दर्ज कर कारवाई की.


जांच में क्या निकल कर आया
इसी के बाद एजेंसी ने अपनी जांच में पाया कि यूनिटेक के प्रोमोटर/डायरेक्टर ने  फ्लैट बॉयर्स से अवैध तरीके से लिये पैसों में से USD 15,087,114 जिसकी आज के समय क़ीमत ₹125.06 करोड़ है, M/s Narnil Infosolutions Pvt Ltd के जरिए M/s Unitech Infopark Ltd में निवेश किए थे. 2009-10 में किए गए निवेश के जरिए इस कंपनी के 39.83% शेयर को चंद्रा बंधुओं ने हासिल कर लिया था.


जांच में पता चला कि  M/s Narnil Infosolutions Pvt Ltd असल में चंद्रा बंधुओं की कंपनी है जिसे अपने एसोसियेट के जरिए संभाल रहे थे, यानी अपनी ही बेनामी कंपनी के जरिए M/s Unitech Infopark Ltd में बॉयर्य से ठगे पैसों को निवेश करवाया गया था. इसी के बाद एजेंसी ने कारवाई करते हुए तमिलनाडु के चेन्नई में ₹125.06 करोड़ की इस ज़मीन को अटैच किया है.


₹7612 करोड़ की संपत्ति धोखाधड़ी से बनाई गई
 इस मामले में एजेंसी अब तक ₹7612 करोड़ की संपत्ति का पता लगा चुकी है जिसे फ़्लैट बॉयर्स और दूसरे लोगों से धोखाधड़ी करके बनाया गया है और इसमें से अब तक Carnousties Group, Shivalik Group, Trikar Group और चंद्रा बंधुओं की नामी और बेनामी कंपनियों की ₹1257.61 करोड़ की संपत्ति को अटैच किया जा चुका है जिसमें से कई संपत्ति विदेश में है.


इसके अलावा इस धोखाधड़ी और मनी लॉड्रिग के आरोप में एजेंसी ने पांच आरोपी जिसमें संजय चंद्रा, अजय चंद्रा, रमेश चंद्रा, प्रीति चंद्रा और राजेश मलिक को गिरफ़्तार कर इनके खिलाफ दो चार्जशीट दाखिल कर चुकी है.