Bihar Caste Census: बिहार में जातीय जनगणना का डेटा जारी, सवर्ण की आबादी 15% और OBC में 14% हैं यादव
Caste Census Of Bihar: बिहार (Bihar) की जातीय जनगणना का आंकड़ा जारी हो गया है. डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने इसे ऐतिहासिक बताया और कहा कि अब सरकार की नीतियां और नीयत दोनों ही जाति आधारित सर्वे के इन आंकड़ों का सम्मान करेंगे.
Bihar Caste Census Released: बिहार (Bihar) में जातीय जनगणना (Caste Census) का डेटा जारी हो गया है. राज्य में राजपूत की आबादी 3.45%, यादव 14%, भूमिहार 2.86%, ब्राह्मण 3.65% और नौनिया 1.9 फीसदी हैं. बिहार जाति आधारित गणना की रिपोर्ट के अनुसार, पिछड़ा वर्ग (3,54,63,936) 27.12 फीसदी, अति पिछड़ा वर्ग (4,70,80,514) 36.01 प्रतिशत, अनुसूचित जाति (2,56,89,820) 19.65 फीसदी, अनुसूचित जनजाति (21,99,361) 1.68 प्रतिशत और अनारक्षित (2,02,91,679) 15.52 फीसदी हैं.
बिहार में किसकी कितनी आबादी?
जातीय जनगणना की रिपोर्ट के मुताबिक, बिहार में हिंदू 81.99 फीसदी, मुस्लिम 17.70 प्रतिशत, ईसाई 0.05 फीसदी, सिख 0.011 प्रतिशत, बौद्ध 0.0851 फीसदी, जैन 0.0096 फीसदी, और अन्य धर्म 0.1274 प्रतिशत हैं. इसके अलावा 0.0016 फीसदी लोगों का कोई धर्म नहीं हैं. बिहार में जातीय जनगणना की रिपोर्ट के मुताबिक, ब्राह्मण 3.65 फीसदी (4781280), राजपूत 3.45 प्रतिशत (4510733), कायस्थ 0.6011 प्रतिशत (785771), कुर्मी 2.8785 फीसदी (3762969), कुशवाहा 4.2120 प्रतिशत (5506113), तेली 2.8131 फीसदी (3677491) और भूमिहार 2.8693 प्रतिशत (3750886) हैं.
OBC में किसकी जनसंख्या सबसे ज्यादा?
बिहार में कुर्मी 2.87 प्रतिशत, कुशवाहा 4.27 प्रतिशत, धानुक 2.13 प्रतिशत, भूमिहार 2.89 प्रतिशत, सुनार 0.68 प्रतिशत, कुम्हार 1.04 प्रतिशत, मुसहर 3.08 प्रतिशत, बढ़ई 1.45 प्रतिशत, कायस्थ 0.60 प्रतिशत, यादव 14.26 प्रतिशत और नाई 1.59 प्रतिशत हैं.
डिप्टी सीएम का ट्वीट
बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने ट्वीट किया, 'बिहार के जाति आधारित सर्वे के आंकड़े सावर्जनिक! ऐतिहासिक क्षण! दशकों के संघर्ष का प्रतिफल! अब सरकार की नीतियां और नीयत दोनों ही जाति आधारित सर्वे के इन आंकड़ों का सम्मान करेंगे.
पूरे देश में जातीय जनगणना की मांग
बिहार में ओबीसी यानी अन्य पिछड़ा वर्ग और इकोनॉमिक बैकवर्ड क्लास (EBCs) मिलाकर कुल आबादी के 63 प्रतिशत हैं. वहीं, तेली 2.81 प्रतिशत हैं. जातिगत जनगणना की मांग लंबे समय से चल रही थी. विपक्ष तो लगातार केंद्र सरकार से पूरे देश में जातिगत जनगणना कराने की मांग कर रहा है.