जातीय जनगणना: नीतीश कल PM मोदी से करेंगे मुलाकात, उससे पहले कर्नाटक के CM ने कही ये बात
जाति जनगणना (Cast Census) की मांग पिछले महीने संसद में केंद्र के एक बयान से शुरू हुई थी कि जिसमें केवल अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) की आबादी की गणना का प्रस्ताव किया गया था.
पटना: बिहार के सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने कहा है कि वो जातिगत जनगणना के विषय पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के साथ होने वाली बैठक के दौरान उस 11 सदस्यीय डेलिगेशन का नेतृत्व करेंगे, जिसमें सभी राज्यों के राजनीतिक दलों के एक-एक प्रतिनिधि शामिल होंगे.
ये अहम बैठक कल सोमवार को 11 बजे होगी जिसमें नीतीश के साथ बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी शामिल होंगे.
बिहार से 10 मेंबर
नीतीश कुमार ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान ये बातें कहीं. इसी दौरान बीजेपी द्वारा जनक राम को डेलिगेशन का मेंबर बनाने पर सीएम ने कहा, 'यह कोई मुद्दा नहीं है. प्रत्येक राजनीतिक दल एक व्यक्ति को मनोनीत कर सकता है जो विधानमंडल के किसी भी सदन का सदस्य हो. इसलिए सभी पार्टियों ने अपने हिसाब से नाम भेजे. मेरे अलावा 10 प्रतिनिधि होंगे, सभी अपनी-अपनी पार्टियों का प्रतिनिधित्व करेंगे'.
संसद में उठी थी मांग
जाति जनगणना की मांग पिछले महीने संसद में केंद्र के एक बयान से शुरू हुई थी कि जिसमें केवल अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) की आबादी की गणना का प्रस्ताव किया गया था. बिहार जैसे राज्यों में, जहां मंडल युग से ओबीसी का राजनीति में वर्चस्व रहा है, पिछड़े वर्गों को ध्यान में रखते हुए जातिगत जनगणना की जोरदार मांग हो रही है.
(सांकेतिक तस्वीर)
मुख्यमंत्री कुमार बार-बार जातिगत जनगणना कराने की वकालत करते रहे हैं.
दूसरे दल से मतलब नहीं
नीतीश कुमार ने कहा, 'मॉनसून सत्र के दौरान तेजस्वी यादव के साथ विपक्ष के नेताओं ने मुझसे मुलाकात की थी. सभी ने जातीय जनगणना कराने को लेकर प्रस्ताव रखा था, जिस पर हमने भी कहा था कि जातीय जनगणना होनी चाहिए. इसके बाद प्रधानमंत्री जी को पत्र भेजा गया और उनसे मिलने का समय मांगा गया. प्रधानमंत्री से मुलाकात का समय मिलने की जानकारी सभी को दे दी गई है.'
राजद प्रमुख लालू प्रसाद के बडे पुत्र तेजप्रताप यादव और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बीच मतभेद के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा, 'यह उनका अंदरुनी मामला है. उस पर हमारी कोई प्रतिक्रिया नहीं है.'
कर्नाटक सीएम का बड़ा बयान
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने बड़ा बयान दिया है. उनका कहा है कि हर कोई प्रधानमंत्री या किसी अन्य व्यक्ति से मिलने के लिए आजाद है. बोम्मई ने आगे कहा कि यह मामला कोर्ट के साथ-साथ वर्ग आयोग के सामने लंबित है. हम इसकी जांच कर रहे हैं.
(एजेंसी इनपुट के साथ)
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