गया : बिहार के गया जिला के अतरी प्रखंड में एक ही परिवार के 22 सदस्यों की 24 उंगलियां हैं. घर के परिजनों को इसको लेकर परेशानी भी उठानी पड़ती है. परिवार के लड़के-लड़कियों की शादी कराने में सबसे ज्यादा परेशानी होती है.


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एक आम आदमी के हाथ-पैर में 24 उंगलियां का होना आश्चर्य ही नहीं, अकल्पनीय भी है. लेकिन, अतरी प्रखंड के टेउसा बाजार के चौधरी टोला मोहल्ले में एक ऐसा परिवार है जिसके अधिकांश सदस्यों के हाथ और पैर में छह-छह उंगलियां हैं.


सुखाड़ी चौधरी घर के बड़े-बुजुर्ग और महिलाएं सभी के हाथ-पैर में उंगलियां की संख्या छह-छह है. हाथ-पैर मिलाकर परिवार के अधिकांश सदस्यों की उंगलियों की कुल संख्या 24-24 हैं. परिवार के 22 सदस्यों के हाथ और पैर की उंगलियां एक-एक अधिक हैं. रिश्तेदारों में आठ लोग ऐसे हैं जिनके हाथ-पैर में छह-छह उंगलियां हैं.


छह-छह उंगली होने के कारण शादी में भी परेशानी होती है.

इस परिवार के छह उंगलियां का इतिहास खानदान के परदादा सुखाड़ी चौधरी की दादी मानो देवी से शुरू हुआ था. सबसे पहले मानो देवी 24 उंगलियां वाली थी. इसके बाद सुखाड़ी चौधरी खानदान के प्रथम व्यक्ति थे जिनकी 24 उंगलियां थीं. उनके बेटे विष्णु चौधरी को भी विरासत में छह उंगलियां मिलीं.


परिवार के लोगों का कहना है कि सबसे अधिक परेशानी लड़कियों की शादी तय करने में होती है. लड़के वाले लड़की देखने के बाद यह कहकर शादी करने से इंकार कर देते हैं कि लड़की की छह उंगलियां हैं. पैर में 12 उंगलियां होने के कारण चप्पल पहनने में भी परेशानी होती है. लड़कियों को उनकी सहेलियां भी चिढ़ाती हैं. घर में दो पुरुष सदस्य ऐसे हैं जिनके 24 उंगलियां हैं, जो घर से बाहर पंजाब में रहकर मजदूरी करते हैं.