पटनाः आरजेडी के कद्दावर नेता मोहम्मद अली अशरफ फातमी जेडीयू पार्टी में शामिल हो गए हैं. रविवार को उन्होंने अपने सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की. वहीं, उन्होंने जेडीयू में शामिल होने के कई कारण भी बताए.


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अली अशरफ फातमी काफी समय से आरजेडी में रहकर अपनी नाराजगी जता रहे थे. जेडीयू में शामिल होने के संकेत फातमी ने लोकसभा चुनाव 2019 के समय ही दे दिया था. लेकिन अब जब कर उन्होंने औपचारिकता पूरी की है.


आपको बता दें कि फातमी लोकसभा चुनाव के दौरान दरभंगा से लोकसभा सीट के टिकट को लेकर नाराज थे. पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया. जिसके बाद उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा की. हालांकि, बाद में उन्होंने अपना नामांकन वापस ले लिया, लेकिन उन्होंने तभी मन बना लिया था कि उन्हें जेडीयू में शामिल होना है.



जेडीयू की सदस्यता ग्रहण करते हुए फातमी ने नीतीश कुमार की काफी तारीफ की. उन्होंने कहा कि उन्होंने जब राजनीति शुरू की तो जनता दल ज्वाइन किया था. उस वक्त नीतीश कुमार के साथ मैंने काम किया था. हालांकि, परिस्थिति में बदलाव के बाद राष्ट्रीय जनता दल में चले गए. लेकिन आज वह फिर नीतीश कुमार के साथ जनता दल यूनाइटेड में हैं.


उन्होंने जेडीयू में शामिल होने के कारणों को लेकर कहा कि जब मैं राजनीति में आया था तो मुझे कुछ करने की मंशा थी. एक लक्ष्य पर काम करना चाहता था. बिहार और दरभंगा के लिए मैंने काफी कुछ किया. चार बार लोकसभा और एक बार राज्यसभा सांसद रहा. अब उसी लक्ष्य पर काम करने के लिए मैं जेडीयू में शामिल हुआ हूं.


फातमी ने कहा कि आरजेडी छोड़ने का कारण टिकट न मिलना नहीं है. बल्कि आरजेडी में रहने का कोई कारण नहीं था. पार्टी में कोई कारणवश ही रहता है लेकिन अब वहां रहने का कोई कारण नहीं है. पहले भी मैंने आरजेडी से इस्तीफा दिया था. जिसका कारण उसी वक्त बताया था. लेकिन आज परिस्थितियां बदल गई है.


वहीं, फातमी ने आरजेडी पर किसी तरह की टिप्पणी से परहेज किया. उन्होंने मौके पर लालू यादव और तेजस्वी यादव पर भी किसी तरह की टिप्पणी करने से इनकार किया और कहा पार्टी छोड़ने में कहीं भी वह शामिल नहीं हैं.