Araria: अररिया में बीमारी से कई बच्चों की मौत हो चुकी है. हेल्थ विभाग प्रभावित क्षेत्र में लगातार कैंप लगाकर इलाज में जुटी है. वहीं, रानीगंज प्रखंड के मझुवा पूरब पंचायत के चिरवाहा रेहिका टोला में बीते 10 दिनों में पांच बच्चों की जान जा चुकी है. पिछले शनिवार को गांव के मन्नू ऋषिदेव की आठ साल की बेटी गौरी कुमारी, अरविंद ऋषिदेव का चार साल का बेटा रौनक कुमार, लवकुश ऋषिदेव का डेढ़ महीने के बेटा अंकुश कुमार के बाद शनिवार को संतोष ऋषिदेव की छह साल की बच्ची आंचल कुमारी की मौत पहले ही हो चुकी थी. जिसके बाद पूर्णिया मेडिकल कॉलेज में 3 वर्षीय मुस्कान कुमारी की मौत हो गई है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

मुस्कान कुमारी की मौत के बाद मृतक के परिजनों समेत ग्रामीण काफी आक्रोशित हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि बच्चों का इलाज अच्छे तरीके से नहीं हो रहा है, जिसके कारण बच्चों की मौत हो रही. फिलहाल गांव के 3 बीमार बच्चों को गांव में मौजूद मेडिकल टीम ने बेहतर इलाज के लिए अररिया सदर अस्पताल भेजा था, लेकिन परिजनों और ग्रामीणों की मांग है कि अररिया सदर अस्पताल में जो 3 बच्चे भर्ती हैं. उन्हें वहां से डिस्चार्ज कर वापस गांव भेज दिया जाए.


यह भी पढ़ें:बिहार के ग्रामीण इलाकों की बदलेगी तस्वीर, बनाए जाएंगे एक हजार नए पुल


ग्रामीणों को सरकारी अस्पताल की व्यवस्था पर भरोसा नहीं है और वे लोग बच्चों का अपने स्तर से इलाज करवाना चाहते हैं. गांव में मौजूद मेडिकल टीम के डॉ. रमेश कुमार ग्रामीणों से बात कर अस्पताल में इलाज करवाने के लिए बोलते रहे, लेकिन ग्रामीण अब किसी भी हालत में सरकारी अस्पताल में अपने बच्चों का इलाज करवाने को तैयार नहीं हैं. कैम्प के डॉ. भी मानते है कि बच्चों की लगातार हो रही मौत के कारण ग्रामीणों का भरोसा सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था से डगमगा गया है. 


रिपोर्ट: कुमार नितेश


यह भी पढ़ें:हिमंत और शिवराज के खिलाफ चुनाव आयोग पहुंची हेमंत सरकार, लिखा पत्र


बिहार की नवीनतम अपडेट्स के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें!यहाँ पढ़ें Bihar News in Hindi और पाएं Bihar latest News in Hindi  हर पल की जानकारी.बिहार की हर ख़बर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार.जुड़े रहें हमारे साथ और बने रहें अपडेटेड!