PM Modi Araria Rally: लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण की वोटिंग के बीच सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार (26 अप्रैल) को वीवीपैट वेरिफिकेशन की मांग को लेकर सभी याचिकाओं को खारिज कर दिया है. विपक्ष को इससे बड़ा झटका लगा है. वहीं इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी विपक्ष पर तंज कसा है. पीएम मोदी ने कहा कि राजद और इंडी गठबंधन को न तो देश की परवाह है और न ही संविधान की. इन लोगों ने दशकों तक लोगों को वोट देने का अधिकार छीना. पोलिंग बूथ लूट लिए जाते थे. चुनावों में बैलेट पेपर लूटे जाते थे. गरीबों को तो वोट डालने के लिए घर से बाहर भी नहीं निकलने दिया जाता था. मेरे दलित भाई बहन, मेरे पिछड़े भाई बहनों को डंडे के बल पर रोका जाता था. जब आपको ईवीएम की ताकत मिली है, तो वोट हड़पने का खेल खेलने वालों को बर्दाश्त नहीं हो रहा था. अभी भी वे परेशान हैं और वे दिन रात कैसे करके ईवीएम हटाने पर जोर दे रहे हैं. ये बटन दबाने वाला खेल बंद होना चाहिए, यही उनका खेल चल रहा है. 


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पीएम मोदी ने आगे कहा कि इंडी गठबंधन के हर नेता ने ईवीएम को लेकर जनता के मन में संदेह पैदा करने का पाप किया है. आज सुप्रीम कोर्ट ने मतपेटियों को लूटने का इरादा रखने वालों को ऐसा गहरा झटका दिया है कि उनके सारे सपने चूर चूर हो गए हैं. पीएम ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने साफ कर दिया है कि बैलेट पेपर वाला पुराना दौर वापस लौटकर नहीं आएगा. आज जब पूरी दुनिया भारत के लोकतंत्र की, भारत की चुनाव प्रक्रिया की, भारत के चुनावों में तकनीक के उपयोग की तारीफ कर रही है, तब ये लोग निजी स्वार्थ के लिए बदनीयत से ईवीएम को बदनाम करने पर लगे हुए हैं. इन्होंने लोकतंत्र के साथ लगातार विश्वासघात करने की कोशिश की है. आज इन्हीं लोगों को देश की सर्वोच्च अदालत ने ऐसा करारा तमाचा मारा है, ये मुंह उंची करके देख नहीं पाएंगे.


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राजद और कांग्रेस पर हमला करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों पार्टियों ने बिहार के लोगों को विकास के लिए तरसाकर रख दिया. इन दोनों पार्टियों ने मिलकर बिहार के करोड़ों लोगों को दाने दाने का मोहताज बना दिया. पीएम मोदी ने राजद अध्यक्ष लालू यादव का नाम लिए नौकरी के बदले जमीन घोटाले का जिक्र किया और कहा कि किसी के पास खेल खलिहान है तो नौकरी के बदले उसकी जमीन छीन लो. किसी के पास नौकरी है तो तनख्वाह छीन लो. गाड़ी है तो गाड़ी छीन लो. कोई सामर्थ्यवान है तो उसका अपहरण करवा लो. यही जंगलराज के दिनों का हाल था. यही राजद और कांग्रेस के शासन का तरीका था.