शैलेंद्र, मुंगेर : बिहार का मुंगेर लोकसभा सीट को लेकर महागठबंधन में प्रत्याशी की खोज लगातार जारी है. अब जो खबरें आ रही हैं, उसके मुताबिक जहानाबाद के सांसद अरुण कुमार कांग्रेस में शामिल होने जा रहे हैं और उन्हें यहां से चुनाव लड़ाने की तैयारी चल रही है. इस खबर के बाद बिहार में सियासी घमासान फिर तेज हो गई है. सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है वहीं, राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) और कांग्रेस के नेता सधा हुआ बयान दे रहे हैं. 


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समाजवादी नेता जार्ज फर्नांडिस को अपना राजनीतिक आदर्श मानने वाले अरुण कुमार 2014 में एनडीए गठबंधन से सांसद बने थे. जहानाबाद सीट पर उन्होंने रालोसपा उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था, लेकिन कुछ समय बाद ही रालोसपा से अरुण कुमार का अलगाव हो गया. इसके बाद वो खुद को एनडीए का नेता बता रहे थे, लेकिन चुनाव नजदीक आने के साथ अरुण कुमार के तेवर बदले और उन्होंने कानून व्यवस्था के मुद्दे पर बिहार सरकार पर निशाना साधना शुरू कर दिया. इसके बाद से ही लग रहा था कि अरुण कुमार नई राह पर चलेंगे.


अब लगभग साफ हो गया है कि अरुण कुमार ने नये राजनीतिक ठिकाने के रूप में कांग्रेस को ढूंढ लिया है. उनकी बात कांग्रेस के आला नेताओं से हो चुकी है. खरमास के बाद वो कांग्रेस में शामिल हो जायेंगे. माना जा रहा है कि मुंगेर से महागठबंधन जेडीयू के संभावित प्रत्याशी ललन सिंह के खिलाफ उनको अपना चेहरा बना सकता है.


आरजेडी इसे कांग्रेस का अंदरूनी मामला बता रही है. पार्टी के उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी का कहना है कि अभी इस बात का फैसला नहीं हुआ है कि कौन सी पार्टी किस सीट से चुनाव लड़ेगी. जब सीट बंटवारा तय हो जायेगा, उसके बाद ही उम्मीदवार का फैसला होगा. 


महागठबंधन के नेता भले ही उत्साहित नजर आ रहे हैं, लेकिन जोडीयू को अरुण कुमार का कांग्रेस में जाना बिल्कुल रास नहीं आ रहा है. पार्टी प्रवक्ता नीरज कुमार ने नये राजनीतिक समीकरण पर जोरदार हमला किया है. 


मुंगेर सीट पर जेडीयू नेता और जल संसाधन मंत्री ललन सिंह को चुनौती देने के लिए महागठबंधन के नेता लगातार रणनीति बना रहे हैं. पहले अनंत सिंह को ललन सिंह के खिलाफ उतारने के कयास लगाये जा रहे थे, लेकिन अब अरुण कुमार सिंह का नाम इस सीट पर आने लगा है.