RAU Coaching Flooding: दिल्ली राउस कोचिंग हादसे में जान गंवाने वाली तान्या सोनी का शव 29 जुलाई, 2024 दिन सोमवार को औरंगाबाद के नबीनगर स्थित शनिचर बाजार पहुंचा. सड़क मार्ग से दिल्ली से एम्बुलेंस से तान्या सोनी के माता और पिता शव के साथ घर पहुंचे. घर पहुंचते ही परिजनों समेत पास पड़ोस में चीत्कारें गूंजने लगी. परिजन दहाड़े मारकर रोने लगे और पूरा इलाका गमगीन हो गया. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING


दरअसल, तान्या सोनी की पढ़ाई जेएनयू में हुई फिर बाद में उसने यूपीएससी की प्रतियोगिता परीक्षा में सफल होने के लिये राउस कोचिंग में अपना दाखिला कराया था. यही नहीं तान्या सोनी ने परिजनों को इस दफा इस परीक्षा में सफल होने का दावा भी किया था. मगर, ये सपना ही रह गया. 


इधर, इस हादसे के बाद से बिना सुरक्षा मानकों के संचालित हो रहे बड़े कोचिंग संस्थान अब सवालों के घेरे में आ चुके हैं. पास-पड़ोस के लोग जहां ऐसे कोचिंग संस्थानों को चिन्हि्त कर कार्रवाई किये जाने की पुरजोर मांग कर रहे हैं. वहीं, नबीनगर के राजद विधायक विजय सिंह सूबे में ही बेहतर शिक्षा मुहैया कराने की बात कह रहे और सरकार से अपील भी करते दिख रहे हैं कि कोई और तान्या ऐसे हादसों का शिकार न बन सके. 



बता दें कि दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर के राउ आइएएस कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में तेज बारिश की वजह से पानी भर गया. इसमें डूबने से तीन छात्रों की मौत हो गई. इनमें औरंगाबाद की एक 22 साल की तान्या सोनी भी शामिल है. घटना के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.