‘नेताओं ने शिक्षा और रोजगार नहीं दिया’, प्रशांत किशोर ने गरीबी हटाने पर किया बड़ा दावा
Prashant Kishore: बांका पहुंचे जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने कहा कि नेताओं ने बात करने के लिए जात और खाने के लिए भात दिया है. नेताओं ने शिक्षा और रोजगार नहीं दिया.
बांका: जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर शनिवार को एक दिवसीय दौरे पर बांका पहुंचे. इस दौरान जिले के चंदन पुल स्थित पावर ग्रिड के पास हुए कार्यक्रम में वो शामिल हुए. कार्यक्रम के दौरान प्रशांत किशोर का फूलों की माला और ढोल-बाजे के साथ "जय बिहार जय जय बिहार" नारे के साथ भव्य स्वागत किया गया. प्रशांत किशोर ने जिले में कई सभाएं की और जिले के प्रबुद्ध लोगों से मुलाकात की.
जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार ने बांका में जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि किसी किसान के परिवार में बेटी की शादी करनी हो या कोई बीमार पड़ जाए तो एक-दो कट्ठा जमीन बेचे बगैर उपाय नहीं है. तो आपके बच्चों के पास पढ़ कर नौकरी पाने का उपाय है नहीं, खेती से कमाई का रास्ता है नहीं. एक रास्ता और बचा है. अगर, आपके पास पूंजी होती तो चार गाय-भैंस जरूर पाल सकते थे. कोई किराना की दुकान खोल लेते. कोई सीमेंट-बालू का व्यापार कर लेते. वह आप क्यों नहीं कर पाए? वह इसलिए नहीं कर पाए, क्योंकि नेताओं ने बात करने के लिए जात और खाने के लिए भात दिया है. नेताओं ने शिक्षा और रोजगार नहीं दिया.
प्रशांत किशोर ने बिहार की गरीबी का जिक्र करते हुए कहा कि कम या ज्यादा सब काम कर रहे हैं, लेकिन आपकी गरीबी खत्म नहीं हुई. गरीबी खत्म तब होगी, जब आपके बच्चों के पढ़ने की व्यवस्था हो. गरीबी खत्म तब होगी, जब यहां के भूमिहीनों को जमीन मिले. गरीबी खत्म तब होगी, जब यहां के युवाओं को महिलाओं को सरकार कर्ज दे, ताकि घर-घर रोजी-रोजगार कर सके. अब आप कहेंगे कि ये बात तो सब जानता है. अगर इसी तीन बात से उद्धार होना है, तो यह होगा कैसे यह बताइए? सारे लोग यह सोच रहे हैं कि किस नेता को चुने की तीनों काम हो जाए. हम आपको वो रास्ता बताएंगे.
इनपुट- बीरेंद्र