पटना: बिहार के उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि आत्मनिर्भर बिहार एवं सात निश्चय पार्ट-2 के अंतर्गत सरकार ने महत्वाकांक्षी कार्यक्रम निर्धारित किए हैं एवं इन कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में बैंक की महत्वपूर्ण भूमिका है. उन्होंने कहा कि कोरोना (Corona) संक्रमण एवं बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Vidhansabha Chunav 2020) के कारण बैंकों के स्तर से क्रियान्वित की जा रही योजनाओं में लक्ष्य के अनुरूप अपेक्षाकृत प्रगति नहीं हो पाई है.


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डिप्टी सीएम ने कहा, एसीपी में 34 प्रतिशत एवं साख-जमा अनुपात 43 प्रतिशत की उपलब्धि ही अब तक हासिल हो सकी है. लगभग 18 ऐसे बैंक हैं, जिनका परफॉर्मेंस औसत से भी कम पाया गया है. तकरीबन 10 जिले ऐसे हैं, जहां राज्य के औसत से भी कम प्रगति हुई है. उन्होंने बैंकों के प्रतिनिधियों को निर्देश देते हुए कहा कि इस वित्तीय वर्ष 2020-21 के शेष महीनों में लक्ष्य के अनुरूप अपेक्षित प्रगति लाने की दिशा में ठोस कार्रवाई सुनिश्चित की जाए.


उन्होंने कहा कि बैंक का दायित्व सिर्फ ऋण देना ही नहीं है बल्कि ऋण लेने वाले लोगों के संवर्धन एवं उनका केयरटेकिंग भी करना आवश्यक है, ताकि ऋण अदायगी के साथ वे अपना व्यवसाय सुनियोजित तरीके से कर सकें. कई ऐसे मामले हैं, जिसमें ऋण लेने वाले व्यक्ति को तकनीकी जानकारी के अभाव में समय पर ऋण चुकता नहीं करने के कारण उनकी एवं उनके परिवार की स्थिति काफी दयनीय हो जाती है. इसलिए आवश्यकता इस बात की है कि सरकार के अधिकारियों एवं बैंक के प्रतिनिधि के बीच एक ऐसी व्यवस्था कायम हो, जिसमें ऋण  प्राप्तकर्ता  का समुचित प्रशिक्षण के साथ-साथ उनकी तकनीकी रूप से केयरटेकिंग भी हो ताकि वह अपना व्यवसाय समुचित रूप से करते हुए ऋण अदायगी समय पर कर सकें, तभी वास्तविक रूप से बिहार का विकास संभव हो सकेगा. साथ ही, किसान क्रेडिट कार्ड (CCC) की ऑनलाइन व्यवस्था भी सुनिश्चित हो.


उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के साथ-साथ आत्मनिर्भर बिहार बनाने के लिए भारत के प्रधानमंत्री के सपने को साकार करने में बैंकों की अहम भूमिका है. उन्होंने बैंक प्रतिनिधियों से अपील करते हुए कहा कि बैठकें सिर्फ आपसी उलाहना अथवा कमियों को बताने के लिए ही न हो बल्कि बैठकें परिणाम पर आधारित हों. हमें अपने कार्यक्रमों एवं लक्ष्य के साथ परफॉर्म करना होगा.


उन्होंने सभी पंचायतों के साथ समस्त गांव में भी मोबाइल बैंकिंग की सुविधा सुलभ कराने की आवश्यकता पर बल दिया. उन्होंने कहा कि राज्य स्तरीय एवं जिला स्तरीय बैंकर्स समिति की बैठकें तो अमूमन समय पर हो जाती हैं, परंतु प्रखंड स्तर पर गठित प्रखंड स्तरीय बैंकर्स समिति की बैठक समय पर नहीं होने से स्थानीय स्तर पर कई समस्याओं का निराकरण नहीं हो पाता.


उन्होंने प्रखंड स्तर पर ऐसी बैठक को नियमित रूप से समय पर आयोजित करने के लिए कैलेंडर बनाने की आवश्यकता बताई. तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने एवं उद्यमिता को बढ़ावा देने के प्रति सरकार प्रतिबद्ध है और इस उद्देश्य से बिहार सरकार कौशल विकास एवं उद्यमिता विभाग का गठन शीघ्र करने जा रही है. इन तमाम प्रकार की गतिविधियों के सफल क्रियान्वयन में बैंकों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी.


Amita Kumari, News Desk