मुंगेर :  बिहार के मुंगेर में एक ऐसा चमात्कार हुआ जिसने आसपास के लोगों को अचंभित कर दिया. इसको जिसने भी सुना वह नंगे पांव वहां दौड़ा चला आया. दरअसल यहां कचनार फूल के पौधे में मां काली के चेहरे की आकृति उभर आई. फिर क्या था यह खबर जंगल में आग की तरह पूरे इलाके में फैल गई और मां काली की इस आकृति को देखने के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी. उभरी हुई मां काली की आकृति का ग्रामीण पूजा कर रहे हैं.  


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मां काली की उभरी आकृति को देखने के लिए उमड़ पड़ी लोगों की भीड़
दरअसल इसे आप अंधविश्वास कहें या विश्वास, आस्था का ऐसा मेला यहां लगा कि यहां आसपास के गांव से बड़ी संख्या में लोग पहुंचने लगे है. यहां कचनार फूल के एक बड़े पौधे में मां काली के चेहरे के आकार का उभार हो गया. जिसे देखने के लिए ग्रामीणों की भारी संख्या में भीड़ उमड़ पड़ी है. 


मंदिर परिसर में एक फूल के पौधे में उभरी मिली है ये आकृति 
जानकारी के अनुसार मुंगेर जिले से लगभग 50 किलोमीटर दूर असरगंज प्रखंड के जोरारी पंचायत के बदरखा गांव के एक ब्रह्माण्डूर नाथ मंदिर के अंदर कैम्पस में लगे एक फूल के पौधे में मां काली की आकृति उभर आयी है. 


लाल और सफेद रंग की है ये आकृति 
मां काली की आकृति लाल और सफेद कलर में है, लाल रंग देखने से लगता है की मां मुकुट पहनी हुई है तो उजले रंग में आंख और मुंह बना हुआ है. जो देखने में इंसानों के चेहरे से मिलता प्रतीत होता है. वहीं ग्रामीणों का कहना है कि साक्षात मां काली की उत्पत्ति हुई है और उन्होंने हम सबों को दर्शन दिया है. 


बगीचे में सफाई के दौरान मजदूरों को दिखी ये आकृति 
मामले की जानकारी तब हुई जब मजदूर अरुण यादव और मसूदन पासवान मंदिर के बगीचे में लगे फूल के वृक्ष की सफाई का काम कर रहे थे. तब वहां देखा कि एक अजीबो–गरीब आकृति पेड़ की जड़ से निकला हुआ है. तब वहां पूजा कर रहे पुजारी को बुलाकर दिखाया गया. इसको देखकर पुजारी ने कहा कि यह तो मां काली का रूप है. जिसके बाद से देखने वालों की भीड़ उमड़ पड़ी है. वही महिलाएं और पुरुष सैकड़ों की संख्या में यहां पहुंच रहे हैं और इसे चमत्कार का नाम देने लगे हैं. वहीं कई भक्तों ने वहां पर पूजा अर्चना शुरू कर दी. वहीं इस घटना के बाद पूरे क्षेत्र में यह बात तेजी से लोगों के माध्यम से फैल गयी है. जो लोगों के लिए आस्था का केंद्र बना हुआ है. 
(रिपोर्ट- प्रशांत कुमार)


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