Aurangabad: नौकरी के दौरान ट्रांसफर या रिटायर होने पर अधिकारियों या कर्मचारियों को विदाई देने की परंपरा काफी समय से चली आ रही है. हालांकि इस दौरान कुछ ऐसे भी फेयरवेल हो जाते है, जो लोगों के लिए बेहद यादगार बन जाते है. कुछ ऐसा ही यादगार नजारा औरंगाबाद में देखा. यहां एनसीसी की 13 बिहार बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल एके सिन्हा फेयरवेल मनाया गया था. 


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दरअसल, औरंगाबाद में 3 साल की सेवा दे चुके एनसीसी की 13 बिहार बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल एके सिन्हा का तबादला हो गया है. अपने चहेते अधिकारी के ट्रांसफर की जानकारी मिलते ही कर्मचारियों में उदासी गई. अपने प्रिय अधिकारी की ट्रांसफर उन्हें बेहद खटक रहा था. लेकिन यह नियमित प्रकिया है, ये सोचकर उनके साथ काम करने वालों ने विदाई को मौके को यादगार बनाने का फैसला लिया. 


 जिस दिन एके सिन्हा औरंगाबाद से विदा होनेवाले थे, उस दिन एनसीसी ऑफिस में बड़ी संख्या में कर्मी और कैडेट उन्हें विदा देने के लिए जमा हुए. जिस गाड़ी से वे विदा होने वाले थे, उसे पहले दुल्हन की तरह सजाया गया. फिर उस गाड़ी को रस्सी से बांधा गया और लोगों ने कमांडिग ऑफिसर एके सिन्हा को  बिठाया. जिसके बाद उन्होंने रस्सी के सहारे कुछ दूर तक गाड़ी खींची. 


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विदाई के इस अंदाज को जिसने भी देखा, वो हैरान रह गया. खुद, कमांडिंग ऑफिसर एके सिन्हा की आंखें इस अनूठी विदाई को देखकर नम हो गई. वे भी लोगों को इस प्यार को देखकर फूले नहीं समा रहे थे. दरअसल, आमतौर पर ट्रांसफर के बाद किसी भी अधिकारी की गाड़ी को उनके सहकर्मी धक्का देकर विदा करते हैं. ये पहली बार ऐसा देखने को मिला कि किसी अधिकारी की गाड़ी को उनके सहकर्मियों ने रस्सी से बांधकर खींचा. इस विदाई की हर तरफ चर्चा हो रही है.