भागलपुर: Baba Baidyanath Dham: बाबा के दरबार जाने के लिए इस सावन के पवित्र महीने में कांवड़िया 105 किलोमीटर की कठिन पैदल यात्रा पर हैं. कोई कांवड़ लेकर जा रहा है तो कोई डाक बम, कोई दंडी बम है जो पूरे रास्ते दंड देते हुए बाबा के दर्शन करने जा रहे हैं. ऐसे में एक बम ऐसा भी है जो बाबा के दर्शन के लिए इस 105 किलोमीटर की कठिन यात्रा को हाथ के बल चलकर पूरा करने की ठानकर आया है. 


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वैसे तो इस रास्ते पर कांवड़िया पैदल या दौड़ते हुए या फिर दण्ड देते हुए जाते हैं. लेकिन, सुलतानगंज में कच्ची कांवड़िया पथ पर एक कांवड़िया ऐसा दिखा जो काफी कष्टप्रद यात्रा कर रहा है.  दरअसल समस्तीपुर के निहाल सिंह बिच्छू बम बन कर जा रहे हैं. 


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निहाल सिंह बिच्छू की तरह हाथ के बल चल रहे हैं और उनका पूरा शरीर और पैर ऊपर की तरफ होता है. वह सुलतानगंज से बैधनाथ धाम की 105 किलोमीटर की दूरी तय करने निकल चुके हैं. इनका हाथ नीचे पैर ऊपर रहता है और इस तरह एक बार में वह 100 मीटर ही चल पाते हैं. फिर थोड़ी देर रूकने के बाद हाथ के बल आगे बढ़ते हैं. ऐसे में उन्हें बैधनाथ धाम पहुंचने में एक महीने से अधिक का वक़्त लग सकता है. 


रास्ते में लोग उन्हें बिच्छू बम के नाम से पुकारते हैं. जब निहाल सिंह से हमने बात की तो उन्होंने बताया कि  सात साल पहले पिताजी की तबियत बिगड़ी थी. आइजीआइएमएस पटना में भर्ती थे. उस वक़्त हमने महादेव से कामना की थी की पिताजी अगर स्वस्थ होते हैं तो वह सुलतानगंज से बैधनाथ धाम दंड देते हुए जाएंगे. अस्पताल में थोड़ी ही देर बाद से पिताजी के तबियत में सुधार होने लगा. जिसके बाद वह कई बार दण्ड देते हुए बैधनाथ धाम गए. महादेव के प्रति बहुत आस्था है इसलिए इस बार बिच्छू की तरह जा रहे हैं. महादेव ने हमें सब कुछ दे दिया है. 
रिपोर्ट- अश्वनी कुमार