Bihar News: NTPC की राख से लोग हो रहे हैं बीमार, सांस लेने में भी हो रही है दिक्कत
भागलपुर में नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन के कहलगांव स्थित थर्मल पावर प्लांट से निकलने वाली राख से गांव के बूढ़े और बच्चे प्रभावित हो रहे हैं. जिसके कारण गांव के लोगों को खांसी व अस्थमा जैसी गंभीर बीमारियां हो रही हैं.
Bhagalpur: बिहार के भागलपुर में नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन के कहलगांव स्थित थर्मल पावर प्लांट से निकलने वाली राख से गांव के बूढ़े और बच्चे प्रभावित हो रहे हैं. जिसके कारण गांव के लोगों को खांसी व अस्थमा जैसी गंभीर बीमारियां हो रही हैं. आसपास के गांव के लोग इसके कारण बेहद परेशान हैं. घरों में खाने के सामानों में, पानी में राख बैठ जाती है. जिसके बाद वह खाना न तो खाने लायक रहता है और न ही पानी पीने लायक रहता है. जिसके चलते सबसे ज्यादा बूढ़े और नवजात बच्चे परेशान हैं.
बंद रखने पड़ते हैं खिड़की, दरवाजे
दरअसल, कहलगांव में एनटीपीसी का काम चल रहा है. जिसके चलते राख उड़ती रहती है. इसको लेकर नवजात बच्चों की मां ने बताया कि वह अपने बच्चों को बाहर तक लेकर नहीं जा सकती. राख के कारण घरों के खिड़की, रोशनदान गेट सब बंद रखने पड़ते हैं. उसके बावजूद भी बच्चे बीमार रहते हैं. खाने में, पानी में राख भर जाती है. जिससे वह खाने और पीने लायक नहीं रह जाता है. अक्सर इसको लेकर एनटीपीसी के खिलाफ प्रदर्शन भी होता रहता है. इसके बाद भी एनटीपीसी के अधिकारियों व जिला प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं.
एनटीपीसी ने नहीं उठाए कोई ठोस कदम
वहीं, कहलगांव जिला परिषद के प्रतिनिधि मनोहर मंडल ने बताया कि हजारों की आबादी एनटीपीसी की राख से प्रभावित है. राख के चलते लोगों का खाना पीना और सोना मुहाल हो गया है. इन हालातों के बाद भी एनटीपीसी की ओर से कोई हल नहीं निकाला गया है. जिसके कारण यहां के लोग आंदोलन करने को मजबूर है.
लोगों को हो रही गंभीर बीमारियां
एनटीपीसी की राख के संबंध में लगातार शिकायतों के बाद भी कहलगांव एसडीएम मधुकांत क्षेत्र के भ्रमण पर निकले. जिसके बाद उन्होंने खुद यह माना है कि यहां पर राख उड़ रही है. जिसके कारण लोगों को गंभीर बीमारियां हो रही हैं. उन्होंने कहा कि इस संबंध में एनटीपीसी के अधिकारियों से बात की गई है. जिसपर एनटीपीसी के अधिकारियों का कहना है कि समय समय पर इसमें पानी डालते रहते हैं ताकि राख नहीं उड़े. जिसमें से ऐश डेक का क्षेत्र बड़ा होने के कारण हर जगह पानी नहीं पहुंच पाता है. उन्होंने कहा कि इसको लेकर काम किया जाएगा.