जमुई: जमुई के जिले के चकाई प्रखंड प्रमुख उर्मिला देवी के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव की बैठक सदस्यों के नहीं आने के कारण खारिज हो गई. इसके साथ ही प्रमुख उर्मिला देवी की कुर्सी बरकरार रह गई. अधिकारी सदस्यों के आने का इंतजार करते रहे लेकिन दोपहर 2:30 बजे तक एक भी सदस्य के नहीं पहुंचने पर बीडीओ ने पर्यवेक्षक की उपस्थिति में बैठक स्थगित करने की घोषणा कर दी और प्रमुख उर्मिला देवी की कुर्सी बरकरार रह गई. प्रमुख उर्मिला देवी की कुर्सी बरकरार रहने से जहां प्रमुख खेमे में खुशी छा गई.


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वहीं विरोधी खेमे में सन्नाटा पसर गया. मालूम हो कि लंबे समय से चकाई प्रमुख के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए विरोधी खेमा लगा हुआ था. तब उप प्रमुख के पत्र के आलोक में बीडीओ द्वारा पंचायती राज अधिनियम के तहत मंगलवार की तिथि अविश्वास प्रस्ताव की बैठक के लिए तय की गई थी. निर्धारित समय पर पर्यवेक्षक सह डीटीओ मो.इरफान, बीडीओ दुर्गा शंकर ,बीपीआरओ संजय कुमार अपने कर्मियों के साथ किसान भवन पहुंचे और सदस्यों के आने का इंतजार करते रहे. अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले खेमे के सदस्य और ना ही अन्य कोई सदस्य बैठक में पहुंचे. लगभग ढाई घंटे तक इंतजार करने के बाद बीडीओ ने बैठक स्थगित करने की घोषणा कर दी.


बीडीओ ने बताया कि निर्धारित तिथि और निर्धारित समय पर बैठक प्रारंभ हुआ. पूरी पारदर्शिता के साथ वीडियो रिकॉर्डिंग के साथ सदस्यों के आने का इंतजार किया गया. लेकिन सदस्यों के नहीं आने के कारण बैठक असफल रहा और अविश्वास प्रस्ताव खारिज हो गया. जिससे वर्तमान प्रमुख अपनी कुर्सी पर बरकरार रही. मालूम हो कि वर्तमान प्रमुख उर्मिला देवी के विरुद्ध 15 पंचायत समिति सदस्यों ने आवेदन देकर अविश्वास प्रस्ताव पर बैठक बुलाने की मांग की थी. जिस पर प्रखंड प्रशासन द्वारा बैठक की तिथि निर्धारित की गई थी.


इनपुट- अभिषेक निरला


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