जमुई: जमुई जिले के खैरा प्रखंड एक ऐसा स्कूल है जहां बच्चों की पढ़ाई के साथ-साथ शिक्षिका भी अपने ही स्कूल में आशियाना बना लिया. कुछ महीनों से स्कूल में ही तमाम सुख सुविधाओं से लैस होकर पति के साथ रह रही थी. पूरा मामला खैरा प्रखंड के गढ़ी पंचायत के उत्क्रमित मध्य विद्यालय वरदोन का है. जहां पर कार्यरत शिक्षिका शीला हेंब्रम के द्वारा स्कूल के कक्षा में ही अपना आशियाना बनाने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर इन दिनों जमकर वायरल हो रहा है. वहीं वीडियो वायरल होने के बाद जिला पदाधिकारी डॉक्टर राकेश कुमार ने भी मामले को संज्ञान में लिया है और स्कूल का निरीक्षण किया.


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जिला पदाधिकारी की आने की सूचना मिली तो महिला शिक्षिका ने अपना सारा सामान खाली कर दिया. शिक्षिका ने कहा कि दिन में पढ़ाई के साथ ऑफिस का काम करते हैं बस रात में थोड़ा सा यहीं सो लेते हैं. बिहार में मद्य निषेध कानून को चुनौती देने का भी खुलासा महिला शिक्षिका के द्वारा किया गया. जिसमें उन्होंने स्वयं कहा कि हमारे पति कभी-कभी पी लेते हैं. क्योंकि महिला का मकान स्कूल के बगल में ही निर्माण कराया जा रहा है जिसको लेकर कुछ दिनों के लिए स्कूल के एक कमरे में ही सारा सामान सेट कर दिया और रहने लगे.


बहरहाल बिहार सरकार के शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव के पाठक का कहना है कि शिक्षकों को अपने स्कूल के पास ही गांव में ही रहना लेकिन यह नहीं कहा कि स्कूल में ही रहना. लेकिन महिला शिक्षिका शीला हेंब्रम ने पूरा आशियाना ही स्कूल में ही बना लिया. वहीं पूरे मामले को लेकर जिला पदाधिकारी डॉ राकेश कुमार ने कहा कि यहां पर 136 बच्चे का नामांकन किया गया है और इस स्कूल में मात्र तीन कक्षा है और एक कक्षा में शिक्षिका के द्वारा अपना आशियाना बना लेने का विडियो ग्रामीणों के द्वारा मुझे भेजा गया था. जिसको लेकर हम लोग पहुंचे हैं इसके ऊपर हम सख्त से सख्त कार्रवाई करेंगे.


इनपुट- अभिषेक निरला


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