भागलपुर : बिहार में भागलपुर के नवगछिया में गंगा का कहर लगातार जारी है. तीनटंगा दियारा के ज्ञानी दास टोला में लगातार कटाव की स्थति बनी हुई है. भागलपुर में गंगा के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. जिस वजह से यहां घर और खेतिहर जमीन कटकर गंगा में समाहित होती जा रही है. बता दें कि गंगा, गांव से 500 फीट दूर है, लेकिन कटाव के चलते पानी गांव मे घुस चुका है.


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प्रशासन नहीं ले रहा कोई सुध
खबरों की मानें तो गांव के कई घर पानी में समाहित हो चुके हैं लेकिन, जो घर बचे हैं लोग उसकी ईंट बचाने की जद्दोजहद में जुटे हैं. लोगों की मानें तो गांव की स्थिति इतनी खराब हो चुकी है कि ग्रामीणों का जीना मुहाल हो गया हैं. लेकिन प्रशासन सुनने को तैयार नहीं है. 


तीन दर्जन मकान बहे
वहीं, नदी में कटाव रोधी कार्य नाकाफी साबित हो रहे हैं. लोग खुले आसमान के नीचे जीने को विवश हैं. यहां अब तक तीन दर्जन मकान गंगा में कटकर समा चुके हैं. वहीं, जनप्रतिनिधियों ने भी अब तक जनता की सुध तक नहीं ली है. बीते 2 महीने से यहां कटाव जारी है. लेकिन प्रशासन गांव की इस हालत को पूरी तरह से नजर अंदाज कर जा रहा है. प्रशासन की तरफ से अभी तक लोगों के बचाव के लिए कोई भी कदम नहीं उठाया गया है. 


ग्रामीणों की स्थिति पर राजनीति शुरु
वहीं, गोपालपुर विधानसभा से कांग्रेस के पूर्व प्रत्याशी रहे शीतल सिंह ने सरकार के खिलाफ बयान देते हुए बताया कि सरकार ने यहां कोई काम नहीं किया है. लोग डर के साये में जी रहे हैं. खुले आसमान के नीचे सोने को मजबूर हैं. कटाव के कहर के चलते खाना नहीं मिल रहा है. सभी सवालों को उठाते हुए शीतल सिंह ने प्रशासन पर खूब हमले किए, लेकिन सच तो ये है कि इस गांव के लोंगों के जीवन में कुछ भी ठीक नहीं हो रहा है.


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