Bihar News: लखीसराय में झोलाछाप नर्स ने गर्भवती का कराया प्रसव, जच्चा-बच्चा की हुई मौत, मामला हुआ दर्ज
लखीसराय मोड़ के समीप संचालित निजी क्लीनिक में एक महिला का गर्भपात अप्रशिक्षित नर्स ने किया. उसी दौरान अत्यधिक रक्तस्राव होने से महिला की मौत हो गई और अप्रशिक्षित नर्स ने मामला संभाल नहीं पाई.
लखीसरायः बिहार के लखीसराय में निजी क्लीनिक में गर्भपात के बाद महिला की मौत का मामला सामने आया है. महिला की मौत के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया. जिले में स्वास्थ्य विभाग के सांठगांठ से बिना निबंधन के निजी क्लीनिक धड़ल्ले से चल रहे हैं. प्रशासन कार्रवाई के नाम पर महज खानापूर्ति कर रही है. जिसका खामियाजा गरीब अत्यधिक रक्तस्राव होने से महिला की मौतऔर असहाय लोगों को भुगतना पड़ रहा है.
जिले में निजी क्लीनिक में मौत के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. लेकिन अब तक जिला प्रशासन द्वारा किसी भी निजी क्लीनिक पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है. ताजा मामला कबैया थाना क्षेत्र के जमुई मोड़ के समीप संचालित निजी क्लीनिक समर्पण सेवा सदन का है. जहां एक महिला का गर्भपात अप्रशिक्षित नर्स ने किया. इस कारण अत्यधिक रक्तस्राव होने से महिला की मौत हो गई. मृतक महिला की रामगढ़ चौक थाना क्षेत्र अंतर्गत फुलैया के सुरेंद्र यादव की पत्नी रंजू देवी (28) थी. मृतका का ससुराल जमुई जिले के सिकंदरा थाना अंतर्गत मिर्जागंज गांव में है. पति पंकज यादव दिल्ली में रहकर मजदूरी करता हैं. रंजू देवी को दो पुत्री और एक पुत्र है. वह चार माह की गर्भवती थी.
निजी क्लीनिक से सभी कर्मी फरार
गांव की आशा कार्यकर्ता ने बहला-फुसलाकर गर्भपात कराने उसे जमुई मोड़ के समीप स्थित समर्पण सेवा सदन निजी क्लीनिक में भर्ती कराया. उसके साथ परिवार के सदस्य के रूप में मां रामसखी देवी ही थी. बताया जा रहा है कि क्लीनिक में भर्ती कराए जाने के बाद अप्रशिक्षित नर्स ने रंजू देवी का गर्भपात कराया. गर्भपात कराने के बाद से महिला को अत्यधिक रक्तस्राव होने लगा. अत्यधिक रक्तस्राव होने के कारण उसकी मौत हो गई. पुत्री की मौत होने के बाद रामसखी देवी समर्पण सेवा सदन में हंगामा करने लगी. इसके बाद संचालक ने निजी एंबुलेंस से शव के साथ मां और आशा कार्यकर्ता को फुलैया गांव भेज दिया. इधर निजी क्लीनिक में ताला लगाकर सभी कर्मी फरार हो गए.
पुलिस ने समझाकर किया मामला शांत
मृतक की मां रामसखी देवी ने बताया कि उसे एक ही बेटी थी परंतु आशा कार्यकर्ता ने अपने स्वार्थ की खातिर उसकी पुत्री की जान ले ली. दो पुत्री और एक पुत्र होने के कारण आशा कार्यकर्ता उसकी पत्नी को बार-बार गर्भपात कराने को लेकर दबाव बना रही थी. आशा कार्यकर्ता के बहकावे में आकर उसकी पत्नी गर्भपात कराने के लिए राजी हो गई. इसके बाद आशा कार्यकर्ता उसे समर्पण सेवा सदन ले गई. एक नर्स ने उसकी पुत्री का गर्भपात कराया. वहां कोई डॉक्टर नहीं था. अधिक रक्तस्त्राव होने की वजह से उसकी पुत्री की मौत हो गई.
जिसके बाद दो व्यक्ति वहां आकर एंबुलेंस पर शव के साथ उसे और आशा कार्यकर्ता को बैठाकर घर भेज दिया गया. इधर सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे कबैया थाना अध्यक्ष वैभव कुमार ने लोगों को समझाकर मामले को शांत कराया. थानाध्यक्ष ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है जो भी दोषी होंगे उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी.
(रिपोर्ट-राज किशोर मधुकर)
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