लखीसराय:Ashokdham: देवघर यानी बाबा धाम के झारखंड में चले जाने के बाद से बिहार के बाबा धाम के रूप में विख्यात इन्द्रदमनेश्वर महादेव मंदिर, अशोक धाम मंदिर को राज्य सरकार ने अपने पर्यटन रोडमैप में शामिल किया है. मंदिर ट्रस्ट की पहल पर वर्ष 2012 में चार करोड़ 87 लाख की लागत से आधुनिक शिवगंगा का निर्माण कराने का डीपीआर बनाया गया था. इसके लिए मंदिर के दक्षिण छोर पर रजौना मौजा में दो एकड़ 47 डिसमिल गैर मजरुआ जमीन शिवगंगा के निर्माण के लिए चयनित की गई. इसके बाद से कई डीएम -सह-मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्षों ने शिवगंगा निर्माण का प्रस्ताव पर्यटन विभाग को भेजा. 


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शिवगंगा का माडल मंदिर ट्रस्ट ने किया तैयार 
बता दें कि दक्षिण भारत स्थित तिरुपति बालाजी के पुष्पकर्णी तालाब की तर्ज पर अशोकधाम स्थित शिवगंगा का माडल मंदिर ट्रस्ट ने तैयार किया है. शिवगंगा की चारों तरफ आने-जाने का संपर्क पथ एवं प्रवेश-निकास द्वार रहेगा. तालाब की गहराई 15 फीट होगी. इसके अलावा महिला और पुरुष श्रद्धालुओं के लिए दो-दो चेंजिंग रूम तथा शिव गंगा के चारों तरफ प्रकाश की व्यवस्था होगी. तालाब के पानी को रिसाइकिल एवं प्यूरिफिकेशन करने के लिए प्लांट भी लगाया जाएगा और खूबसूरत गार्डन और बगल में सूर्य मंदिर की स्थापना करने की योजना है.


10 वर्षों से पड़ा हुआ डीपीआर 
मंदिर ट्रस्ट के सचिव डॉ श्याम सुंदर प्रसाद ने कहा कि मंदिर ट्रस्ट लगातार पिछले कई वर्षों से शिवगंगा बनाने के लिए प्रयासरत है. हर साल श्रावणी मेला के उद्घाटन पर इस विषय पर चर्चा भी होती है. इसके बाद कोई पहल नहीं होती है. पर्यटन विभाग में शिवगंगा का डीपीआर 10 वर्षों से पड़ा हुआ है. इस मामले में बिहार विधानसभा अध्यक्ष से मिलकर इस पर पहल करने और सरकार से स्वीकृति दिलाने का अनुरोध किया है. वहीं इस मामले में लखीसराय डीएम सह अशोकधाम मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष संजय कुमार सिंह ने बताया कि अशोकधाम मंदिर में शिवगंगा निर्माण कार्य प्रगति पर है. इसके लिए जमीन चिह्नित कर लिया गया. विभाग को  इसका प्रस्ताव भेजा गया है. 


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वहीं मंदिर के पुजारी राहुल कुमार पांडेय ने बताया कि शिवगंगा नहीं रहने से श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ता है. शिवगंगा निर्माण होने से श्रद्धालुओं को काफी साहूलित होगी और इससे श्रद्धालुओं की संख्या में भी वृद्धि होगी.