India-Nepal Border: भारत-नेपाल सीमा जोगबनी में बने इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट में चल रहे सभी कार्य आगामी 1 दिसंबर से ऑनलाइन हो जाएंगे. इससे चेक पोस्ट से होकर आने जाने वाली गाड़ियों को काफी सुविधा मिलेगी. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा 16 सितंबर को इस चेक पोस्ट का दौरा किया गया था. जिसके बाद यहां के प्रबंधन द्वारा चेक पोस्ट के कार्यो को बेहतर बनाने का प्रयास किया जा रहा है. भारत सरकार और नेपाल सरकार को अच्छा राजस्व देने वाले इस इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट के सारे कार्य और पेमेंट ऑनलाइन होने से अब व्यापारियों और ट्रक ड्राइवरो का भी काफी समय बचेगा.


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बता दें कि अभी भारत से नेपाल जाने वाली सभी बड़ी गाड़ियां इसी इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट से होकर गुजरती है, लेकिन ऑनलाइन कार्य नही होने के कारण ट्रकों को काफी देर तक इन्तजार करना पड़ता है. सभी कार्य ऑनलाइन हो जाने के बाद समय की भी काफी बचत होगी और आने जाने वाली सभी गाड़ियों का ब्यौरा भी आसानी से मिल पाएगा. आईसीपी प्रबंधन द्वारा 1 दिसंबर से ही सभी पेमेंट भी ऑनलाइन ही लिए जाएंगे, जिससे अब व्यापार करने वाले लोगों को भी काफी सहूलियत होगी.


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भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नेपाल के तत्कालीन प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने तकरीबन 4 साल पहले इस इंटिग्रेटेड चेक पोस्ट का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उद्घाटन किया था. इसके ऑनलाइन होने से पहले जहां जोगबनी के इमली चौक से भारत-नेपाल सीमा तक महज 2.5 किलोमीटर की दूरी पार करने में पांच घंटे लगते थे, वहीं अब एकीकृत जांच चौकी बनने से मालवाहक गाड़ियां कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद मिनटों में बार्डर पार कर लेंगी. साथ ही जोगबनी और बथनाहा को जाम से छुटकारा मिलेगा.