केबीसी की हॉट सीट पर बैठेगी मुंगेर की शिल्प विजेता, अमिताभ बच्चन के सवालों का देगी जवाब
शिल्प विजेता की जन्मभूमि जमुई जिले के सुग्गी गांव में है, लेकिन उनकी कर्मभूमि हवेली खड़गपुर की है. खड़गपुर अनुमंडल कार्यालय में स्टेनो सच्चिदानंद प्रसाद की पुत्री है. साथ ही शिल्प की प्रारंभिक शिक्षा संत टेरेसा सेमिनरी से हुई.
मुंगेर : मुंगेर के खड़गपुर निवासी शिल्प विजेता कौन बनेगा करोड़पति (केबीसी) में बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन के सामने हॉट सीट पर बैठकर उनके सवालों का जवाब देगी. शिल्प विजेता का कार्यक्रम 21 और 22 नवंबर को प्रसारण होगा. बता दें कि केबीसी में शिल्प विजेता के जाने उनके परिवार के सदस्यों के अलावा जिले भर में खुशी की लहर है.
जानें कौन है मुंगेर की शिल्प विजेता
बता दें कि शिल्प विजेता की जन्मभूमि जमुई जिले के सुग्गी गांव में है, लेकिन उनकी कर्मभूमि हवेली खड़गपुर की है. खड़गपुर अनुमंडल कार्यालय में स्टेनो सच्चिदानंद प्रसाद की पुत्री है. साथ ही शिल्प की प्रारंभिक शिक्षा संत टेरेसा सेमिनरी से हुई. छठी कक्षा से मैट्रिक तक की शिक्षा पंचकुमारी कन्या उच्च विद्यालय, इंटर राजकीय प्लस टू उच्च विद्यालय और स्नातक की शिक्षा हरि सिंह महाविद्यालय हवेली खड़गपुर से हुई. इसके अलावा शिल्प इग्नू से स्नातकोत्तर की शिक्षा प्राप्त करने के बाद शिक्षिका के रूप में मध्य विद्यालय रमनकबाद में योगदान किया. शिल्प वहां 2013 से 16 तक शिक्षिका पद पर कार्यरत रहीं. शिल्प विजेता की शादी मुंगेर के बेलन बाजार में हुई है और पति अनंत कुमार यूनियन बैंक नयी दिल्ली में सीनियर मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं.
शिल्प विजेता ने क्यों छोड़ी सरकारी नौकरी
बता दें कि केबीसी के हॉट सीट पर बिहार के कई लोग बैठ चुके हैं. सुशील कुमार से लेकर सहरसा की बहू अंजली कुमारी भी अमिताभ बच्चन के सामने हॉट सीट पर बैठीं और सवालों का जवाब दिया था. वहीं नवादा के रजत भी केबीसी के हॉट सीट पर बैठकर अपना जलवा बिखेर चुके हैं. अब शिल्प विजेता इस मामले में भाग्यशाली रही है. साथ ही पारिवारिक दायित्व और दो बेटियों के भविष्य को संवारने को लेकर शिल्प विजेता ने सरकारी शिक्षिका की नौकरी छोड़ दी.