लखीसराय: Lakhisarai Firing Case: बिहार के लखीसराय में बीती 20 नवंबर को कबैया थाना क्षेत्र के पंजाबी मोहल्ले में हुए जघन्य हत्याकांड एवं गोलीबारी की घटना को लेकर लखीसराय नगर परिषद सभापति -सह-जदयू नेता अरविंद पासवान पर अब पुलिस का शिकंजा कसता दिख रहा है. गोलीबारी की घटना के बाद से ही पीड़ित परिवार नगर परिषद सभापति पर आरोपित आशीष चौधरी को भगा देने का आरोप लगा रहे हैं. 


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नेता प्रतिपक्ष सह क्षेत्रीय विधायक विजय कुमार सिन्हा ने भी इसे मुद्दा बना रखा है. जिसके बाद पुलिस ने अरविंद पासवान पर दबिश बढ़ा दी है. अरविंद पासवान के यहां की गई छापेमारी के बाद राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है. छापेमारी के बाद सत्ता पक्ष जहां बैकफुट पर नजर आ रहे हैं. वहीं विपक्ष हमलावर हो गया है. 


पुलिस पीड़ित परिजनों के द्वारा घटना कांड में नगर परिषद अध्यक्ष अरविंद पासवान, अशोक मोदी सहित अन्य का नाम बार-बार लेने के मामले में कार्रवाई की है. पुलिस ने नगर परिषद अध्यक्ष सहित अन्य के घरों पर छापेमारी करते हुए कई लोगों को हिरासत में लिया है, लेकिन नगर परिषद अध्यक्ष को हिरासत में लेने में पुलिस अब तक कामयाब नहीं हो पाई. 


एक तरफ जहां घटना के ग्यारह दिन बाद पुलिस द्वारा नगर परिषद सभापति सह जदयू नेता अरविंद पासवान पर कार्रवाई ने चर्चाओं का बाजार गर्म कर दिया है. वहीं लखीसराय पुलिस के लिए आशीष चौधरी की गिरफ्तारी चुनौती बनी हुई है. एसपी पंकज कुमार ने कहा कि पुलिस घटना में संलिप्त लोगों की पहचान को लेकर कार्रवाई कर रही है. जल्द ही पुलिस को सफलता मिलेगी. 


जबकि नेता प्रति पक्ष विजय कुमार सिन्हा ने पुलिस पर नगर परिषद सभापति सह जदयू नेता अरविंद पासवान को बचाने का आरोप लगा रहे. वहीं न्याय की आस में परिजनों की आंखें पथरा गई है.
इनपुट- राज किशोर मधुकर 


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