जिला कारागार में प्रशासन की छापेमारी से कैदियों में हड़कंप, नहीं हुआ आपत्तिजनक समान बरामद
छापेमारी की सूचना मिलते ही कैदियों में हड़कंप मच गया. डीएम ने जेल के अंदर मेडिकल कैंप, लीगल कैंप, कैंटीन एवं आमद वार्ड की जांच की, जहां की व्यवस्था से पूरी तरह से संतुष्ट दिखे.
लखीसराय : लखीसराय प्रशासन द्वारा मंडल कारागार में संयुक्त रूप से छापेमारी की गई. इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस के जवान मौजूद रहे. मंडल कारागार में छापामारी के दौरान जेल अधीक्षक राकेश कुमार भी मौके पर मौजूद थे. डीएम संजय कुमार सिंह, एएसपी सैयद इमरान मसूद और एसडीएम संजय कुमार भी इस छापेमारी का हिस्सा थे.
व्यवस्था से पूरी तरह से संतुष्ट दिखे अधिकारी
छापेमारी की सूचना मिलते ही कैदियों में हड़कंप मच गया. डीएम ने जेल के अंदर मेडिकल कैंप, लीगल कैंप, कैंटीन एवं आमद वार्ड की जांच की, जहां की व्यवस्था से पूरी तरह से संतुष्ट दिखे. इस दौरान विभिन्न वार्डों की सघन तलाशी ली गई, लेकिन कोई आपत्तिजनक समान बरामद नहीं हुआ. किसी प्रकार का आपत्तिजनक सामान बरामद नहीं होने के बाद जेल प्रशासन के साथ ही कैदियों ने भी राहत की सांस ली.
जेल में क्षमता से ज्यादा कैदी
छापेमारी के बाद डीएम ने कहा कि निरीक्षण के दौरान किसी प्रकार की कमियां नहीं पाई गई. थोड़ी समस्या जेल में क्षमता से ज्यादा कैदियों का रहना है. उन्होंने बताया कि जेल में कैदियों के रहने की कुल क्षमता 571 है जबकि 835 कैदी रह हैं. सबसे अधिक चिंताजनक स्थिति महिला कैदियों को लेकर है, जहां महिला कैदियों की रहने की क्षमता मात्र 07 है जबकि 35 महिला कैदी रह रही हैं. डीएम ने बताया कि कैदियों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है. जरूरत पड़ी तो दूसरे जेलों में शिफ्ट किया जाएगा.
पुलिस अधिकारी ने बताया की समय-समय पर इस तरह की छापेमारी प्रशासन द्वारा की जाती रहती हैं. जिससे की कारागार के अन्दर किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को होने से पहले रोका जा सके. आगे उन्होनें बताया कि प्रशासन की ऐसी कार्रवाई से कैदियों में कानून का डर भी बना रहता है जो कि जेल के अच्छे वातावरण के बहुत जरूरी है.
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