बांकाः Sawan 2023: विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला इस बार 2 माह का है. आज मेले का 22वां दिन हैं. मलमास लगे 8 दिन हो चुके है. जिला प्रशासन कांवरिया पथ पर कांवरियों की सेवा करने के लिए मुस्तैद है. हालांकि मलमास लगने के वजह से कांवरियों की भीड़ में कमी देखने को मिल रही है. 


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कांवरियों की सेवा में लगा जिला प्रशासन
बता दें कि सुल्तानगंज से देवघर तक 105 किलोमीटर कच्ची पथ से आज भी 20 से 25 हजार कांवरिया बंधु बाबा का जलाभिषेक करने पहुंच रहे है. इसमें कुछ बासन से भी जानते हैं. 105 किलोमीटर कांवरिया पथ का 55 किलोमीटर बांका जिले में पड़ता है जो धौरी से दुम्मा तक है. 55 किलोमीटर पर बांका जिला प्रशासन कांवरियों की सेवा में लगे रहते हैं. 


कांवरियों के लिए कई सुविधाएं उपलब्ध 
बांका डीएम अंशूल कुमार और एसपी डॉ सत्यप्रकाश बराबर कांवरिया पथ में जगह-जगह पहुंच कर हर एक चीजों की मॉनिटरिंग करते रहते हैं. लगभग 50 सेवा धर्मशाला है और 117 सेवा शिविर जहां कांवरियों के लिए रहने, खाने, दवाई, चाय, नाश्ता आदि की सुविधा उपलब्ध है. 16 स्वस्थ उपकेंद्र बनाये गये है और 15 अस्थायी थाने, इसके साथ जगह-जगह पर सूचना केंद्र और मुख्य नियंत्रण कक्ष कटोरिया में बनाये गए है. जहां 24 घंटे अधिकारी मौजूद रहते हैं.


मलमास माह में आ रही कांवरियों की संख्या में कमी 
मुख्य नियंत्रण कक्ष के कांवरिया पथ की एंट्री गेट कांवरिया काउंटिंग मशीन से गिनती कर ली जाती है जो आज 12 बजे दिन से रात्रि 9 बजे तक 18 हजार 400 कांवरिया गुजरते थे, लेकिन मलमास लगने के बाद ये आंकड़ा लगभग प्रतिदिन 20 हजार रह गया है. 
इनपुट- बीरेंद्र


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