Sawan Special: सावन का महीना चल रहा है. भक्त भोले की भक्ति में लीन हैं. वहीं, भोजपुरी सिंगर म्यूजिक वीडियो रिलीज करने में लीन हैं. कोई सिंगर किसी से कम नहीं है. हर कोई एक दूसरे को पीछे छोड़ने के लिए लगा हुआ है. भोले की भक्ति के नाम पर कुछ भी परोसा जा रहा है. महादेव भी सोच रहे होंगे कि ये भोजपुरी वाले क्या कर रहे हैं? कोई गजेड़ी बना रहा है, कोई भंगेड़ी और कोई तो शिवलिंग ही डूबा रहा है. आज हम इस ऑर्किटल में समझने की कोशिश करेंगे कि आखिर महादेव क्यों भोजपुरी सिंगर से तंग आ चुके हैं.


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आप देखेंगे होंगे कि भोजपुरी का कोई भी कलाकार भगवान शिव की नशेड़ी छवि पर गाने वालों में पीछे नहीं है. चाहे वह पावरस्टार पवन सिंह हो, खेसारी लाल यादव हो, अरविंद अकेला कल्लू हो, रितेश पांडे हो, नीलकमल सिंह हो, प्रमोद प्रेमी हो या कोई और भोजपुरी सिंगर हो. हर कोई बस शिव को नशेड़ी अड़भंगी बताने पर तुला है. अगर आपको भरोसा नहीं हो रहा है तो आप खुद भोजपुरी के बोलबम वाले गाने उठा कर देख लीजिए.



इन भोजपुरी सिंगर की भक्ति को देखकर शिव भी सोच रहे होंगे कि बहुत अच्छा हुआ मेरे युग में ये लोग नहीं थे, नहीं तो पता नहीं क्या-क्या मुझे खुश करने के लिए करते. भगवान शिव ये सोच रहे होंगे कि मुझे प्रसन्न करने के लिए ये लोग 'मजनुआ के भाड़ा से' आ रहे हैं. ये तो ठीक था, कोई 'गाड़ी सांय सांय' करवा कर मेरी पूजा कर रहा है.


महादेव सोच रहे होंगे कि चलो ये सब सही है, लेकिन 'कुंवारी में सोमवारी' कुछ हजब नहीं हो रहा है. अभी मुझे खुश करने के लिए ये चल ही रहा है कि 'लागे बाबा के भंगिया रसगुल्ला' भी आ गया. शिव सोच रहे होंगे ये भी ठीक है, लेकिन अब 'बना दी अंबानी ऐ बाबा' ये कैसी भक्ति है.