Rang De Basanti: भोजपुरी फिल्म रंग दे बसंती के निर्माताओं ने केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (Cbfc) के अध्यक्ष प्रसून जोशी पर जानबूझकर सेंसर प्रक्रिया में देरी करने का आरोप लगाया है. फिल्म का नाम साल 2006 की आमिर खान अभिनीत हिंदी फिल्म से मिलता-जुलता है. उनका दावा है कि प्रसून शायद ऐसा इसलिए कर रहे हैं क्योंकि वह हिंदी फिल्म से बतौर गीतकार जुड़े हुए हैं. इसके बाद फिल्म निर्माता रोशन सिंह ने बॉम्बे हाई कोर्ट में याचिका दायर की. सबसे अहम बात ये है क कोर्ट ने इस मामले में उन्हें कोई राहत देने से इनकार कर दिया. लिहाजा, अब रंग दे बसंती इस शुक्रवार, 22 मार्च, 2024 को सिनेमाघरों में रिलीज नहीं हो पाएगी.


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दरअसल, सेंसर बोर्ड ने सीबीएफसी ने निर्माताओं को फिल्म में कई सीन को हटाने की एक लिस्ट सौंपी. हालांकि, इस बात का जिक्र नहीं है कि फिल्म का नाम बदला जाएगा की नहीं. सीबीएफसी की जांच समिति की तरफ से मांगे गए संशोधनों को निर्माताओं ने सही नहीं माना है.


सूत्र से मिली जानकारी के अनुसार, सीबीएफसी के पक्ष ने तर्क दिया कि निर्माता को उचित प्रक्रिया का पालन करना चाहिए था और सीधे हाई कोर्ट नहीं जाना चाहिए था. इसके बजाय पहले आरसी से संपर्क करना चाहिए था. निर्माताओं ने तर्क दिया कि आरसी एक महीने के बाद ही उनका तैयार थी और इसलिए, उन्होंने कोर्ट जाने का फैसला किया. 


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वहीं, न्यायमूर्ति जी एस कुलकर्णी और न्यायमूर्ति फिरदोश पी पूनीवाला ने आरसी (CBFC) को फिल्म देखने और 10 दिनों के भीतर रिपोर्ट सौंपने को कहा. मगर 22 मार्च केवल 4 दिन दूर है. दूसरे शब्दों में कहे तो अब भोजपुरी फिल्म रंग दे बसंती की रिलीज रद्द कर दी गई है. इस फिल्म को लेकर समीक्षों की तरफ से कहा जा रहा है कि रिलीज डेट टलने से करीब 10 करोड़ का नुकसान हुआ है.


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