Ranchi: भारत के प्रमुख ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन नॉन स्ट्राइकर छोर पर रन आउट मामलों के प्रबल समर्थक रहे हैं. 2019 आईपीएल में जोस बटलर के साथ उन्होंने ऐसा ही किया था और इस सन्दर्भ में वह पूरी तरह स्पष्ट रहे हैं.लेकिन दुनिया के अन्य क्रिकेटरों के साथ ऐसा नहीं रहा है जो इस तरह बल्लेबाज को रन आउट करने के खिलाफ हैं और इसे खेल भावना के खिलाफ मानते हैं. 


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हर खिलाड़ियों के रहे है अलग-अलग विचार


कई खिलाड़ियों का कहना है कि यदि उनकी टीम को दबाव की स्थिति में जीतने की जरूरत होती है तो भी वह नॉन स्ट्राइकर छोर पर बल्लेबाज को इस तरह रन आउट नहीं करेंगे. इस विषय के बारे में पूछे जाने पर अश्विन ने ईमानदारी के साथ कहा, ईमानदारी से मैं इस तरह रन आउट होना नहीं चाहूंगा. मेरे इस तरह रन आउट को पसंद न करने के पीछे मेरा मतलब यह नहीं है कि मैं इस तरह रन आउट नहीं हो सकता. कोई भी आउट होना पसंद नहीं करता. मैं भी किसी तरह आउट होना पसंद नहीं करता. और मैं इसी तरह नॉन स्ट्राइकर छोर पर रन आउट होना पसंद नहीं करता.


अश्विन ने जिम्बाब्वे के खिलाफ मैच से पहले शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा,यह आउट होने का एक तरीका है और यह वैध है. इसे लेकर काफी तर्क दिए जाते हैं. जब भी कोई इस तरह आउट होता है तो विरोधाभासी बयान वाले लोग सामने आते हैं.  अश्विन ने कहा, हम यहां तक आसानी से नहीं पहुंचे हैं. हमने बांग्लादेश और पाकिस्तान के खिलाफ कुछ मुश्किल मुकाबले खेले हैं जो आखिर तक गए हैं. मुझे लगता है कि जो लोग मैच देखते हैं और अपनी विशेषज्ञ राय देते हैं, वे अब भी सीख रहे हैं क्योंकि मैच का फैसला मामूली अंतर से होता है.


(इनपुट: आईएएनएस)