नवादाः बिहार के नवादा जिला में समाज की एक ऐसी तस्वीर सामने आई है, जिससे लगता है कि देश में अब कानून नाम की कोई चीज नहीं रह गई है. ऐसा लगता है कि लोगों को अब समाज के तुगलकी फरमान के साथ चलना पड़ेगा. क्यों कि एक लड़की को प्यार करने की कठोर तुगलकी सजा समाज में दी जाए तो मन में यही सवाल उठते हैं. क्या हम कानून के राज में रह रहे हैं? साथ ही पंचायत के तुगलकी फरमान को बेटी के पिता ने जब सही करार दिया तो लगता है कि अब बेटी समाज में ही नहीं घर में भी सुरक्षित नहीं है.


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नवादा में एक लड़की ने पड़ोस के लड़के से प्यार करने की जहमत उठाई तो पंचायत ने उसे तुगलकी फरमान सुनाया. जिसके बाद लड़की को जानवरों की तरह पेड़ में बांध कर रखा गया. धूप में कई घंटों तक उसे पेड़ से बांध कर रखने पर उसकी हालत खराब हो गई. जिसके बावजूद समाज के लोगों समेत परिवारवालों का भी दिल नहीं पिघला.


घटना नवादा के रजौली गांव का है. जहां एक लड़की को प्यार करने के लिए तुगलकी सजा मुकरर्र की गई. उसे अमानवीय तरीके से पूरे समाज के सामने पेड़ से बांध कर रखा गया. यहां तक कि उसे परिवारवालों ने भी छुड़ाने की जहमत नहीं उठायी. बल्कि पिता का कहना है कि उसके साथ जो भी हुआ वह सही है.


खबरों के अनुसार, रजौली गांव की एक लड़की को पास के ही गांव के एक युवक से प्यार हो गया. वह उस लड़के के साथ शादी करना चाहती थी. लेकिन लड़की का यह फैसला समाज समेत परिवारवालों को पसंद नहीं थी. जिसके बाद बीते 30 सितंबर को लड़की अपने प्रेमी के साथ घर से चली गई.


बीते गुरुवार को परिवारवालों को पता चला कि लड़की पड़ोस के ही गांव में है. सूचना मिलते ही लड़की के परिवारवाले गांव पहुंचकर लड़की को जबरन घर वापस लेकर आए. लेकिन उसके बाद जो हुआ वह शर्मसार करने वाली तश्वीर थी. लड़की को गांव लाने के बाद पंचायत बैठाया गया. जिसमें लड़की को प्यार करने की सजा मुकरर्र की गई.


पंचायत ने जो लड़की को सजा सुनाई वह समाज को शर्मसार करने वाली थी. पंचायत ने लड़की 12 घंटे तक पेड़ से बांध कर रखने की सजा सुनाई. पंचायत के फैसले के बाद पिता ने बेटी को पेड़ से बांध कर खुली धूप में छोड़ दिया. गर्मी की वजह से लड़की पेड़ से बंधे ही बेहोश हो गई. बेहोश होने के बाद गांव वालों के आदेश के बाद पिता ने बेटी को घर में ले जाकर बांध दिया.


वहीं, पिता का कहना है कि उनकी बेटी ने प्यार करने का अपराध किया है. इसलिए उसे पेड़ से बांध कर रखा गया है. पिता का कहना है कि लड़की जब न मेरी और न पंचायत की बात मानी तो उसके साथ किया सलूक बिल्कुल जायज है. उसने घर के इज्जत के बारे में नहीं सोचा.


ऐसे में सवाल उठता है कि बेटी के प्यार करने से घर और समाज की इज्जत जाने को लेकर लड़की को सजा सुनाई गई. लेकिन तब पूरे घर और समाज को इज्जत उछाले जाने का ख्याल नहीं आया. जब एक बेटी को सरेआम जानवरों की तरह पेड़ से बांध कर सबके सामने रखा गया.


वहीं, अब तक पुलिस द्वारा भी इस मामले में किसी तरह की कार्रवाई करने की बात सामने नहीं आई है. पुलिस का कहना है कि उन्हें इस बारे में लिखित शिकायत नहीं मिली है. शिकायत मिलती है तो वह पूरे मामले की जांचकर उचित कार्रवाई करेंगे.