पटना : बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के खिलाफ पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव द्वारा दिए गए अपमानजनक बयान का मामला तुल पकड़ता जा रहा है. तेजस्वी के आरोप पर बीजेपी ने पटवार किया है और उटपटांग बयानबाजी से बचने की नसीहत देते हुए कहा कि वह पहले सुशील मोदी के सवालों के जवाब दें. बिहार बीजेपी के प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि काले कारनामों के उजागर होने से बौखलाए राजद के युवराज जवाब नहीं सूझने पर उपमुख्यमंत्री पर अनर्गल आरोप लगाकर सवालों से बचने की असफल कोशिश कर रहे हैं. 


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उन्होंने कहा कि सुशील मोदी पर आरोप लगाकर खुद को ईमानदार दिखाने की कोशिश कर रहे तेजस्वी यह तो बताएं कि उनके पिता आज किस वजह से जेल में बंद हैं? वह यह बताएं कि मात्र 28 साल की उम्र में उन्होंने अरबों रुपये की 30 संपत्तियां कहां से जमा कर ली? साथ ही वह बताएं कि आखिर बिहार के अधिकतर घपले-घोटालों के तार उन्हीं के परिवार से जाकर क्यों जुड़ जाते हैं? यह भी बताएं कि देश के सबसे भ्रष्ट राजनितिक परिवारों में उनके परिवार की गिनती क्यों होती है?


बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि तेजस्वी पहले खुद पर उठे सवालों पर बिहार की जनता को संतुष्ट कर लें, फिर किसी पर आरोप लगाएं. राजीव रंजन ने कहा कि सुशील मोदी और उनके परिवार की ईमानदारी को राजनीति में नए-नए आए नेताओं की सर्टिफिकेट की जरूरत नही हैं. बिहार की जनता उनके परिवार और सुशील मोदी के बीच का अंतर जानती है.


राजीव रंजन ने कहा कि सुशील मोदी को तेजस्वी द्वारा खुली बहस की चुनौती देना वैसा ही है, जैसे राहुल गांधी द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनौती देना. दोनों का कोई महत्व जनता के सामने नहीं है. राजीव रंजन ने कहा कि बहस के लिए बेचैन तेजस्वी यह जान लें कि अभी उनका स्तर सुशील मोदी से बहस का नही है. फिर भी अगर उन्हें बहस करने का इतना ही शौक है तो उन्हें हमारी चुनौती है कि वह हमारे किसी भी सामान्य कार्यकर्ता को चुन लें और घर हो या राजद कार्यालय कहीं भी बहस कर लें. उनके जैसे हवा-हवाई नेताओं पर भाजपा का एक बूथ स्तरीय कार्यकर्ता ही भारी है. 


बीजेपी ने कहा कि हमने अनेकों बार लालू और तेजस्वी से यह अपील की थी कि अपनी संपत्ति पर खुद से ही एक श्वेत पत्र जारी कर दें, जिससे किसी और को खुलासा करने का मौका ही न मिले. लेकिन इन्हें आज तक इसका जवाब नहीं मिला. अरबों के काले धन के आरोपों में घिरे तेजस्वी को यह पता ही नहीं है कि इनपर इतने आरोप लगे हैं कि बहस में इनकी मिट्टी खुद पलीद हो जाएगी.