बिहार: उपचुनाव के लेकर थम गया प्रचार का शोर, 21 अक्टूबर को होगा मतदान
बिहार में उपचुनाव को लेकर प्रचार 5 बजे थम गया है. प्रशासन और चुनाव आयोग भी उपचुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार है. मतदान वाले सभी क्षेत्रों में सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं.
पटना: बिहार में उपचुनाव को लेकर प्रचार 5 बजे थम गया है. प्रशासन और चुनाव आयोग भी उपचुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार है. मतदान वाले सभी क्षेत्रों में सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं.
चार विधानसभा और एक लोकसभा सीट
आपको बता दें कि 21 अक्टूबर को बिहार के एक लोकसभा सीट और चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है. समस्तीपुर लोकसभा सीट, किशनगंज, बेलहर, नाथनगर , दरौंदा और सिमरी बख्तियारपुर में 21 अक्टूबर को सुबह सात बजे से लेकर शाम पांच बजे तक मतदान होगा.
समस्तीपुर विधानसभा
समस्तीपुर एलजेपी का गढ़ माना जाता है. रामचंद्र पासवान के निधन की वजह से यह सीट खाली हुई है. एनडीए में यह सीट एलजेपी के खाते में गई है और एलजेपी ने यहां से रामचंद्र पासवान के बेटे प्रिंस राज को मैदान में उतारा है. वहीं, महागठबंधन ने कांग्रेस के डॉ.अशोक कुमार को मैदान में उतारा है.
किशनगंज विधानसभा
किशनगंज से सांसद चुने जाने के बाद डॉ. जावेद ने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया जिसके बाद यह सीट खाली हो गई. किशनगंज में कांग्रेस ने इस बार सांसद डॉ जावेद की मां को उम्मीदवार बनाया है. वहीं, एनडीए में यह सीट बीजेपी के खाते में गई है और यहां से बीजेपी ने स्वीटी सिंह को मैदान में उतारा है. स्वीटी सिंह लगातार तीसरी बार बीजेपी से चुनाव लड़ रही हैं.
बेलहर सीट विधानसभा
जेडीयू नेता गिरधारी यादव के सासंद बनने के बाद बेलहर विधानसभा सीट खाली हो गई. यहां से जेडीयू ने गिरधारी यादव के भाई लालधारी यादव को मैदान में उतारा है. बांका के बेलहर सीट की लड़ाई बेहद दिलचस्प हो गई है. वहीं, आरजेडी ने यहां से रामदेव यादव को टिकट दिया है.
नाथनगर विधानसभा
नाथनगर विधानसभा सीट जेडीयू के खाते में गई है और जेडीयू ने लक्ष्मीकांत मंडल को मैदान में उतारा है. उनके खिलाफ आरजेडी ने राबिया खातुन को उतारा है. वहीं, महागठबंधन से नाराज जीतनराम मांझी ने अपनी पार्टी हम से अजय राय को मैदान में उतारा है. अब यहां देखना दिलचस्प होगा कि हम, आरजेडी और जेडीयू में कौन बाजी मार ले जाता है.
सिमरी बख्तियारपुर विधानसभा
सिमरी बख्तियारपुर विधानसभा सीट से जेडीयू ने पूर्व विधायक अरुण यादव को उतारा है. वहीं, आरजेडी ने जफर आलम को मैदान में उतारा है. यहां की लड़ाई भी काफी दिलचस्प मानी जा रही है. दिनेश चंद्र यादव के सांसद बनने से इस सीट पर विधानसभा का उप चुनाव हो रहा है.
दरौंदा विधानसभा
दरौंदा से जेडीयू से कविता सिंह के सांसद बनने के बाद यह सीट खाली हो गई. दरौंदा विधानसभा सीट पर जेडीयू ने कविता सिंह के पति अजय सिंह को उतारा है. जबकि महागठबंधन की ओर से आरजेडी ने उमेश सिंह पर दांव लगाया है. वहीं, बीजेपी के जिला उपाध्यक्ष रणजीत सिंह ने निर्दलीय ताल ठोककर मुकाबले को दिलचस्प बना दिया है.