पटना : बिहार के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) केएस द्विवेदी ने एक पत्र लिखा है, जिससे हड़कंप मचा हुआ है. डीजीपी का कहना है कि रात छोड़िए, दिन में भी पुलिस गस्ती नहीं करती, जिससे अपराधी वारदात को अंजाम देकर फरार हो जा रहे हैं. उन्होंने चिट्ठी लिखकर अफसरों को सही से ड्यूटी करने और कानून का राज बहाल करने का आदेश दिया है.


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डीजीपी केएस द्विवेदी का कहना है कि अपराध में कमी तो आयी है, लेकिन अपराधियों के मनोबल में नहीं. उनके मन में यह बैठ गया है कि अपराध कर वे आराम से फरार हो जाएंगे. डीजीपी का कहना है कि अपराध के ग्राफ में कमी आई है, लेकिन हत्या और कैश लूट की घटनाएं बढ़ी हैं.


डीजीपी के बयान पर कांग्रेस नेता प्रेमचंद मिश्रा का कहना है कि अगर अपराध को लेकर वह बेबस दिख रहे हैं, तो पद पर क्यों बैठे हैं? अधिकारी उनकी बात नहीं सुन रहे हैं. ऐसे बेबस डीजीपी को इस्तीफा देना चाहिए. कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि बिहार में लगातार कई तरह की आपराधिक घटनाएं बढ़ रही हैं.


वहीं, मंत्री जयकुमार का कहना है कि छिटपुट घटनाएं बढी हैं. कानून पर विश्वास बढ़ा है. हम सख्त कार्रवाई की बात करते हैं. सीएम ने गंभीरता से बयान दिया था. उन्होंने कहा कि डीजीपी को काम करने की स्वतंत्रता है. डीजीपी कार्रवाई के लिए स्वतंत्र हैं.


मुजफ्फरपुर पहुंचे डीजीपी केएस द्विवेदी का कहना था कि जमीन विवाद को लेकर बिहार में 60 प्रतिशत हत्याएं हो रही हैं. उन्होंने कहा, 'पूर्व मेयर समीर हत्याकांड भी जमीन कारोबार के कारण हुआ है. उन्होंने मीडिया के माध्यम से लोगों से अपील करते हुए कहा कि अधिक मात्रा में कैश लेकर निकलने से पहले पुलिस की मदद लें. पुलिस गंतव्य स्थान तक पहुंचाएगी.'