Bihar Iftar Party Politics: बिहार में इन दिनों इफ्तार पार्टी पॉलिटिक्स जोरों पर है. रामनवमी पर प्रदेश सांप्रदायिक दंगों की आग में झुलस गया, लेकिन इसके बाद भी सत्ता में बैठे दल मुसलमानों को रिझाने के लिए इफ्तार दावत का आयोजन करने में लगे हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के बाद हम पार्टी अध्यक्ष और पूर्व सीएम जीतनराम मांझी कैसे पीछे रह सकते थे. लिहाजा, उन्होंने भी दावत-ए-इफ्तार का ऐलान कर दिया है.


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बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज यानी शुक्रवार (7 अप्रैल) को मुख्यमंत्री आवास पर इफ्तार पार्टी दे रहे हैं. इस इफ्तार पार्टी में राज्यपाल समेत तमाम राजनीतिक दलों के नेताओं को बुलाया गया है. खास बात ये है कि इस इफ्तारी का आयोजन नीतीश कुमार ने बतौर मुख्यमंत्री किया है. उनकी पार्टी जेडीयू ने 8 अप्रैल को अलग से इफ्तार पार्टी का आयोजन किया है. 


राजद की इफ्तार पार्टी अब 9 को


राजद की ओर से राबड़ी आवास पर होने वाली इफ्तार पार्टी का आयोजन अब 13 अप्रैल की जगह 9 अप्रैल को किया जाएगा. इस आयोजन में पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, वन पर्यावरण मंत्री तेजप्रताप यादव और सांसद मीसा भारती रोजदारों का स्वागत कर उनके साथ इफ्तार करेंगे. इसमें जदयू, बीजेपी, लोजपा और अन्य दलों के नेताओं को भी निमंत्रण भेजा गया है. पिछले साल राबड़ी आवास पर हुई इफ्तार पार्टी के बाद ही सरकार में बदल हो गया था, लिहाजा इस बार भी लोगों की इस दावत पर नजर रहेगी. 


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जीतन राम मांझी कैसे पीछे रहेंगे


मुसलमानों का लंबरदार बनने में पूर्व सीएम जीतन राम मांझी भला क्यों पीछे रहना चाहेंगे, लिहाजा उन्होंने भी 16 अप्रैल को इफ्तार पार्टी का ऐलान कर दिया है. इस तरह से देखा जाए तो बिहार में इफ्तार पार्टी पॉलिटिक्स अपने चरम पर है. बीजेपी को छोड़कर तकरीबन हर दल की ओर से इफ्तार दावत का आयोजन किया जा रहा है.