Patna: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नगर विकास एवं आवास विभाग द्वारा आयोजित 'गया सीवरेज सिस्टम' (Gaya Sewerage System) की बैठक में कहा कि गंगाजल उद्वह योजना (Ganga Water Uplift Scheme) के अन्तर्गत गंगा नदी के पानी को संग्रहित कर शुद्ध पेयजल के रुप में राजगीर, बोधगया, गया और नवादा में पहुंचाया जाएगा. लोगों के पानी की जरुरतों को ध्यान में रखते हुए प्रतिदिन प्रति व्यक्ति 135 लीटर जलापूर्ति की योजना है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

उन्होंने कहा कि भविष्य में इन जगहों पर आबादी और बढ़ेगी, बड़ी संख्या में पर्यटक आएंगे. इन सब चीजों को ध्यान में रखकर पेयजल की बेहतर व्यवस्था के लिए तेजी से काम किया जा रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि 'भू-जल स्तर को मेंटेन रखना है, क्योंकि पर्यावरण की दृष्टिकोण से ये बहुत ही आवश्यक है.' वहीं, योजना के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि जब गंगा का जल पेयजल के रूप में इन जगहों पर हर घर तक पहुंच जाएगा तो लोग भू-जल का दोहन नहीं करेंगे, जिससे भू-जल स्तर हमेशा मेंटेन रहेगा. 


नीतीश कुमार ने कहा कि जल संरक्षण बहुत जरुरी है. सीएम ने अपील करते हुए कहा कि लोग जल का सदुपयोग करें, दुरुपयोग न करें. इधर, बैठक के दौरान ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि गया जैसे बड़े शहरों में सिवरेज सिस्टम बेहतर रहे इसके लिए कार्ययोजना बनाकर काम करने की जरूरत है. अधिकारियों को निर्दश देते हुए कहा कि गया में STP (सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट) योजना पर तेजी से काम करें. उन्होंने कहा कि इस बात का अध्ययन कराएं कि ट्रीटेड वाटर का सिंचाई के अलावा अन्य दूसरे कार्यों में भी सदुपयोग हो.