Patna: बिहार में शराबबंदी कानून लागू है लेकिन यहां अवैध शराब का कारोबार बदस्तूर जारी है. सिर्फ कारोबार ही नहीं फलफूल रहा बल्कि लोगों की जान भी जा रही है. सरकारी आंकड़ों की मानें तो इस साल अवैध शराब पीने से 40 लोगों की जान चली गई. वहीं, बेतिया और गोपालगंज की घटना ने शराबबंदी की पोल खोलकर रख दी है. 


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अवैध शराब से होने वाली मौत पर बिहार सरकार (Bihar Government) के मद्य निषेध मंत्री ने कहा है कि ये आम लोगों के लिए सबक है. अवैध शराब बिलकुल न पीएं. हालांकि, मंत्री ने ये भी माना है कि प्रशासनिक चूक की वजह से ही इस तरह की घटनाएं सामने आ रही हैं.  


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थाना प्रभारी और चौकीदार पर गिरी गाज 
बेतिया और गोपालगंज में अवैध शराब की घटना ने सरकार की किरकिरी करा दी है. गोपालगंज में जहां अब तक 11 लोगों की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई है, वहीं पश्चिम चंपारण जिले में मरने वालों की संख्या 13 तक पहुंच गई है. हालांकि, इस बीच थाना प्रभारी और चौकीदार पर इसकी गाज गिरी है.


इस साल जहरीली शराब पीने से 40 लोगों की मौत 
इधर, सरकारी आंकड़ों की मानें तो दोनों जगहों पर कुल मिलाकर 21 लोगों की मौत हुई है. अवैध शराब से हुई मौत का आंकड़ा यहीं नहीं ठहरता, सरकारी आंकड़ों के अनुसार, इस साल अवैध जहरीली शराब पीने से 40 लोगों ने जान गवाई है.


पूरे बिहार में जहरीली शराब से हुई मौत के आंकड़े
पूरे बिहार में जहरीली शराब से हुई मौत की घटनाओं को देखें तो मुजफ्फरपुर में इस साल जहरीली शराब पीने से 16 लोगों की मौत हो गई. वहीं, सिवान के गुथानी पुलिस थाने इलाके में जहरीली शराब पीने से 4 लोगों की मौत हो गई. होली के आसपास नवादा जिले के टाउन थाना के अंतर्गत 16, बेगूसराय में 2, कोचस में 4, कैमूर में 2 और गोपालगंज में 3 तीन लोगों की मौत हो चुकी है.


इधर, दीपावली से ठीक पहले बेतिया में 13 और गोपालगंज में 11 लोगों की मौत की खबर ने सरकारी महकमे हड़कंप मचा दिया है. 


हालांकि, सरकार बेतिया और गोपालगंज में हुई जहरीली शराब से मौत के आंकड़े को मात्र 21 बता रही है. मद्य निषेध मंत्री सुनील कुमार ने कहा है कि जो मौतें हुई हैं, पहली दृष्टि में वो अवैध शराब से हुई मौत ही लग रही है लेकिन मामले की जांच जारी है. जहरीली शराब से बेतिया जिला में 10 डेथ कन्फर्म है, वहीं गोपालगंज जिले में 11 डेथ कन्फर्म हैं. 


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RJD ने साधा सरकार पर निशाना
इधर, मामले पर आरजेडी (RJD) ने सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. RJD उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने कहा, 'नीतीश कुमार (Nitish Kumar) शराबबंदी का ढोंग कर रहे हैं. मौत के सही आंकड़े सामने नहीं आएंगे. ये महामारी बन चुकी है. प्रशासनिक सिस्टम में इतना भ्रष्टाचार है कि शराबबंदी हो ही नहीं सकती.'


उन्होंने कहा, 'नीतीश कुमार शराबबंदी के नाम पर अपनी जिद को पूरा करने में लगे हैं और जेल में बस गरीब लोगों को बंद किया जा रहा, जो शराब ढोने का काम करते हैं. बड़े लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही.' 


'कानून वापस ले सरकार'
वहीं, कांग्रेस (Congress) नेता प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि सरकार को शराबबंदी कानून पर फिर से विचार करना चाहिए. सरकार कानून वापस ले या ऐसे प्रावधान हो कि लोगों की जान न जा सके.