Bihar Panchayat Chunav 2021:  बिहार में पंचायत चुनाव के तीसरे चरण में कुल 58.9 फीसदी मतदान हुआ. 35 जिलों के 50 प्रखंडों की 731 पंचायतों में वोटिंग हुई. महिला मतदाता एक बार फिर पुरुष मतदाताओं से आगे रहीं. महिला मतदाताओं का वोटिंग प्रतिशत 60.19 और पुरुष मतदाताओं का वोटिंग प्रतिशत 56.19 फीसदी रहा. 


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57.98 लाख मतदाताओं ने डाले वोट
राज्य निर्वाचन आयुक्त डॉ. दीपक प्रसाद ने पटना में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया, 'सबसे ज्यादा वोटिंग गया में 65.42 फीसदी हुई, जबकि दूसरे स्थान पर नवादा रहा, जहां 62 फीसदी वोटिंग हुई. सबसे कम वोटिंग 49 फीसदी बक्सर में हुई. तीसरे चरण में 10,634 मतदान केंद्र बनाए गए थे. 57.98 लाख मतदाताओं ने वोट डाले, जिनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 30.38 लाख और महिला मतदाताओं की संख्या 27.59 लाख थी.' 


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2 सीटों पर फिर होगा मतदान
कुल 23,128 पदों के लिए चुनाव मैदान में उतरे मतदाताओं की किस्मत मतपेटी में बंद हो गई है. डॉ. दीपक प्रसाद के मुताबिक, छिटपुट घटनाओं के साथ मतदान शांतिपूर्ण रहा. मुजफ्फरपुर और उजियारपुर (समस्तीपुर) में गड़बड़ी की शिकायतों के बाद दो सीटों पर फिर से मतदान करवाया जाएगा.


दरभंगा में एसएसपी की गाड़ी पर पथराव
दरभंगा के बहेड़ी प्रखंड में मतदान के दौरान जमकर बवाल हुआ. उपद्रवियों ने एसएसपी बाबूराम के वाहन पर पथराव कर दिया. हालांकि, किसी पुलिसकर्मी को चोट नहीं आई. एसएसपी ने मतदान केंद्र के बाहर जमा लोगों को गिरफ्तार करने का आदेश दिया था, जिसके बाद पुलिसवालों ने तीन-चार लोगों को पकड़ कर वज्र वाहन में बंद कर दिया. इस पर गांव के लोग भड़क उठे और हंगामा करने लगे. प्रशासन ने किसी तरह मामले को शांत करवाया.


गोपालगंज में बीडीओ का घेराव
गोपालगंज की हुस्सेपुर पंचायत में बीडीओ का घेराव किया गया. मतदाताओं का आरोप था कि पेट्रोलिंग पर पहुंचे बीडीओ और पुलिसवालों ने उन्हें खदेड़ा और गालियां दी, जबकि पहले से मतदान शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा था. बीडीओ ने हंगामे के बारे में कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया.


लखीसराय में हो गई भिड़ंत
लखीसराय के हलसी प्रखंड में मुखिया पद दो उम्मीदवारों की भिड़ंत से हंगामा खड़ा हो गया, जिसमें छह लोग जख्मी हो गए. वोटिंग भी कुछ देर के लिए बाधित हुई. पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे एसपी सुशील कुमार ने हंगामे को शांत करवाया.


बक्सर में पोलिंग एजेंट भड़क गए
बक्सर के डुमरांव प्रखंड में वोटिंग के दौरान पोलिंग एजेंट भड़क गए और अपना विरोध जताया. उनका कहना था, पुलिसवालों ने पोलिंग एजेंट को सिर्फ इस वजह से पीटा कि उनके पास मोबाइल फोन था, जबकि पहले से मोबाइल फोन के बारे में कोई मनाही नहीं थी.


बेतिया में सुचारू तरीके से वोटिंग
बेतिया में तीसरे चरण की मतदान में बेहतर प्रबंधन की वजह से वोटिंग सुचारू रूप से हुई. दूसरे चरण में ईवीएम में गड़बड़ी से मतदान में देर हुई थी. इस बार डीएम कुंदन कुमार खुद मॉनिटरिंग करते दिखे.


मोतिहारी में प्रशासन की सख्ती दिखी
मोतिहारी के घोड़ासहन और तुरकौलिया प्रखंडों में वोटिंग के दौरान प्रशासन की पूरी सख्ती दिखी. दूसरे चरण के मतदान के दौरान एक पुलिसवाले की पिटाई की घटना हुई थी, इस वजह से एसपी नवीनचंद्र झा खुद गश्त लगाते दिखे.


मुजफ्फरपुर में बुजुर्गों के लिए इंतजाम नहीं
मुजफ्फरपुर के सकरा और मुरौल प्रखंडों में मतदान के दौरान बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए प्रशासन की ओर से कोई व्यवस्था नहीं दिखी. 100 साल से ऊपर के एक मतदाता को गोद में उठाकर परिजन वोटिंग के लिए ले जाते दिखे. दिव्यांग मतदाता भी बमुश्किल मतदान केंद्र तक पहुंचे.


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नवादा में नाव से पहुंचे मतदाता
नवादा के रजौली प्रखंड में मतदाता नाव से वोटिंग करने पहुंचे. घने जंगल के बीच बसे पिछली जमुंदहा गांव का बूथ सतगिर गांव में बनाया गया था. मतदाता 50 रुपये खर्चकर नाव से वोट देने आए. उनका कहना था, प्रशासन की ओर से कोई व्यवस्था नहीं की गई.


रोहतास में धरने पर बैठे लोग
रोहतास जिले के दनवार में मतदान के दौरान पुलिस पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए एक पक्ष के लोगों ने जमकर हंगामा किया और सड़क पर धरने पर बैठ गए. एसपी की सख्ती के बाद लोग सड़क से हटे.