Purnia: बिहार के सुपौल जिले से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. यहां एक पुजारी को धर्म परिवर्तन (Religious conversion) में कथित संलिप्तता के आरोप में शनिवार को गिरफ्तार किया गया है. कथित पुजारी रवि गुप्ता सुपौल जिले के राजेश्वरी थाना अंतर्गत बेल्ही गांव का रहने वाला है. 


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पुजारी पर धर्मांतरण कराने का आरोप
जानकारी के अनुसार, उन्होंने हाल ही में ईसाई धर्म अपना लिया था, जिसके बाद उन्हें विश्व हिंदू परिषद (Vishva Hindu Parishad) के सदस्यों द्वारा पकड़ा गया था. विहिप सदस्यों ने आरोप लगाया कि रवि गुप्ता अपने पैतृक गांव में 30 परिवारों को हिंदू धर्म से ईसाई धर्म में धर्मांतरित करने में शामिल था. उसे आसपास के कंजारा गांव में तब पकड़ा गया जब वह कथित रूप से लोगों को धर्मांतरण के लिए प्रभावित कर रहा था.


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VHP  ने पुजारी को किया पुलिस के हवाले
विहिप सदस्यों ने रवि गुप्ता को पुलिस के हवाले कर दिया है. राजेश्वरी थाने के एसएचओ रमाशंकर कुमार ने कहा, 'हमें कंजारा गांव में धर्मांतरण की सूचना मिली है, जिसके बाद एक टीम वहां पहुंची और कथित व्यक्ति को थाने ले आई. आगे की जांच जारी है.'


पुजारी ने स्वीकारी ईसाई धर्म अपनाने की बात
वहीं, पुलिस को दिए एक बयान में रवि गुप्ता ने कहा, 'जब मैं हिंदू था तब मुझे स्वास्थ्य संबंधी गंभीर समस्याएं हो रही थीं. फिर, मैंने ईसाई धर्म स्वीकार कर लिया और ईसा मसीह की पूजा की, मैं गंभीर बीमारी से उभर गया.'


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सुपौल में लगातार सामने आ रहे धर्मांतरण के मामले
बता दें कि एक हफ्ते पहले सुपौल और मधेपुरा जिले में पुलिस के सामने कथित धर्म परिवर्तन के तीन मामले सामने आए थे. इसी तरह के आरोप में मधेपुरा जिले के श्याम सुंदर मंडल नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया था. इसके अलावा, सुपौल जिले के भिपुरा गांव में एक महिला को कथित तौर पर दो महीने तक बंदी बनाकर रखने और जबरन बीफ खाने के लिए मजबूर करने का मामला था. एक और घटना सरायगढ़ प्रखंड के पिपरा खुर्द गांव में हुई, जब 20 से 25 परिवारों को अज्ञात लोगों ने ईसाई धर्म अपनाने का लालच दिया गया.


(इनपुट- आईएएनएस)