किशनगंज: Agnipath Protest: अग्निपथ को लेकर देशभर में कांग्रेस विरोध कर रही है. सोमवार से शुरू हुए उसके सत्याग्रह आंदोलन को बिहार में भी हवा देने की कोशिश की गई. हालांकि बिहार में कांग्रेस के इस विरोधी आयोजन को उसके अपने ही कार्यकर्ता और लोग पलीता लगा रहे हैं. इसकी एक बानगी, किशनगंज में देखने को मिली. बिहार के किशनगंज जिले में अग्निपथ कानून का विरोध करने के लिए चूड़ीपट्टी स्थित गांधी घाट पर धरना आयोजित किया था. स्थानीय लोगों का कहना है कि कांग्रेस का यह धरना सिर्फ खानापूर्ति भर रही. कांग्रेसी नेताओं ने धरना स्थल पर स्वच्छता का भी ध्यान नहीं रखा. राष्ट्रपति की प्रतिमा के समक्ष धरना स्थल पर मिठाई के पैकेट जहां-तहां डाल दिए गए. इससे गांधी घाट किसी कचरा स्थल जैसा लगने लगा. 


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महज ढाई घंटे ही चला प्रदर्शन
बताया गया कि प्रदर्शनकारी महज दो से ढाई घंटे ही धरने पर बैठे थे. धरने के दौरान कांग्रेसियों ने सरकार की अग्निवीर योजना को देश के युवाओं के साथ मजाक बताते हुए युवाओं का मनोबल तोड़ने वाला बताया साथ ही देश और युवाओं के हित मे उक्त योजना को वापस लेने की मांग की. इसके बाद वे वहां से नाश्ता-पानी के बाद चलते बने. कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने महात्मा गांधी के प्रतिमा के ठीक सामने धरना स्थल पर नाश्ते का पैकेट फेंक दिया और चलते बने. यानी गांधी जी के आदर्श पर चलने वाले पार्टी के नेता उनके स्वच्छता विचार का अनादर करते भी नजर आये.


कांग्रेसियों ने योजना को बताया मजाक
दूसरे तरफ कांग्रसियों की ओर से महज ढाई घण्टे तक चले इस धरना प्रदर्शन को स्थानीय लोगों ने अग्निवीरों के साथ भद्दा मजाक बताया. इस दौरान स्थानीय लोगों ने कहा कि कांग्रेसी यहां धरने पर नहीं बल्कि नाश्ता पार्टी के लिए ही आए थे. उनका कहना है कि अगर सही मायने में कांग्रेस पार्टी के नेता अग्निपथ कानून को लेकर विरोध करना चाहते तो जमकर विरोध करना चाहिए, एक दो घण्टे के धरने कर खुद को चमकाने से काम नही चलेगा.


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